ग्वालियर। बुधवार (28, जुलाई) को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (Gwalior Regional Industry Conclave 2024) की शुरुआत की। इस दौरान सीएम के साथ विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, अन्य कैबिनेट मंत्री और निवेशक मौजूद थे। ग्वालियर में आयोजित इस कन्क्लेव में देश-विदेश से उद्योग जगत की करीब 3500 हस्तियां शामिल हुईं।
CM मोहन यादव ने की ‘ग्वालियर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव’ की शुरूआत, उद्योगपतियों और निवेशकों से करेंगे संवाद
इस मौके पर (Gwalior Regional Industry Conclave 2024) सीएम डॉ. यादव ने कहा कि अकेले अडाणी ग्रुप ही ग्वालियर-चंबल इलाके में करीब साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा। इससे लगभग साढ़े चार हजार नौकरियां पैदा होंगी। अडाणी ग्रुप की ओर से कहा गया कि वह गुना में 2 मिलियन टन सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट और शिवपुरी में डिफेंस सेक्टर में इन्वेस्ट करने जा रहा है। इसके साथ ही बदरवास में पूरी तरह से महिला ऑपरेटेड जैकेट फैक्ट्री लगाई जाएगी। इस तरह कुल निवेश 3500 करोड़ का होगा।
बता दें कि बीते 6 महीने में प्रदेश में होने वाला ये तीसरा कॉनक्लेव है। इससे पहले जबलपुर और उज्जैन में इसका आयोजन हो चुका है। ग्वालियर-चंबल में हो रहे इस कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों ने अधिक रुचि दिखाई है। इसकी वजह इस इलाके से होकर या इसके करीब से गुजरने वाले 7 कॉरिडोर हैं।
ये भी ग्रुप करेंगे निवेश
अडाणी गुप्र के अलावा ग्वालियर-चंबल रीजन में गोदरेज ग्रुप, अंबानी ग्रुप और ट्रॉपिकल फूड ने निवेश की घोषणा की है। गोदरेज ग्रुप जहां 450 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट करेगा। वहीं अंबानी ग्रुप 150 करोड़ और ट्रॉपिकल फूड 500 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।
लगातार होगा रीजनल कॉन्क्लेव का आयोजन
प्रदेश में निवेश को बढाने के लिए प्रदेश सरकार लगातार प्रयासरत है। इसके तहत ग्वालियर के बाद सागर और रीवा में भी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद फरवरी 2025 में राजधानी भोपाल में ग्लोबाल इंवेस्टर समिट का आयोजन किया जाएगा।
मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए सीएम ने कहा कि औद्योगिकीकरण की दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं। संभागों में जाकर निवेश को लेकर रीजनल कॉन्क्लेव कर रहे हैं, जिसका प्रतिसाद बहुत अच्छा मिल रहा है। रीजनल कॉन्क्लेव प्रदेश में निरंतर होंगी। रोजगार की दृष्टि से निवेशकों से उत्साहजनक परिणाम मिल रहे हैं। संभागों में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को एक तरह से विकास के यज्ञ के रूप देखा जा रहा है। लगातार कई देशों के निवेशक और देश के उद्योगपति बड़े पैमाने पर निवेश के उद्देश्य से आ रहे हैं।