भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Dr. Mohan Yadav) ने मंगलवार को आयुष विभाग की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने बड़ा ऐलान किया।
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सीएम (CM Dr. Mohan Yadav) ने कहा कि राज्य के 5 जिले नर्मदापुरम, बालाघाट, सागर, शुजालपुर और डिंडौरी में जल्द ही नए आयुर्वेदिक कॉलेज ओपन होंगे। पीपीपी मोड पर खोले जाने इन महाविद्यालयों में मेडिकल कॉलेजों जैसी सुविधाएं होंगी। इसके साथ ही सीएम ने जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में प्रमुखता से आयुर्वेदिक कॉलेज खोले जाने की बात कही।
कोविड के बाद बढ़ा आयुर्वेद का महत्व
सीएम डॉ. यादव (CM Dr. Mohan Yadav) ने कहा कि इन जिलों के साथ राज्य के ऐसे जिले जहां आयुर्वेद कॉलेज नहीं है। वहां भी पीपीपी मोड पर कॉलेज खोलने की प्लानिंग की जा रही है। आयुष विभाग में पैरा मेडिकल के पाठ्यक्रम बढ़ाए जाएं। इसमें उपचार और रोजगार के अवसर अधिक हैं। सीएम ने कहा कि कोरोनाकाल के बाद आयुर्वेद का महत्व बढ़ गया है।
बैठक में बताया गया कि विभाग में 332 पैरामेडिकल संवर्ग में कर्मचारियों की नियुक्ति प्रदान की गई है। 14 यूनानी चिकित्सा अधिकारी एवं 36 होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी के नियुक्ति आदेश जारी किए गए हैं। लोक सेवा आयोग से चयनित 543 आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के पदों की पूर्ति की कार्यवाही जारी है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर आयुष में 533 संविदा सीएएमओ की पदस्थापना की गई है। आयुष शिक्षा के अंतर्गत सत्र 2023-24 में आयुर्वेद के दो नवीन विषय (स्त्री रोग प्रसूति तंत्र- उज्जैन एवं भोपाल महाविद्यालय तथा पंचकर्म -उज्जैन महाविद्यालय) में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रारंभ किए गए हैं।
भोपाल के पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के सुदृढ़ीकरण के लिए 1999.86 लाख के निर्माण कार्य स्वीकृत किए गए। शासकीय स्वशासी यूनानी महाविद्यालय, भोपाल में 180 बिस्तरीय बालिका छात्रावास का संचालन किया जा रहा है। पिछले वर्ष ओपीडी/आईपीडी में एक करोड़ 37 लाख रोगियों का इलाज, 2500 रोगियों की शल्य चिकित्सा की गई। योगा वैलनेस केंद्र में 9 हजार 600 सत्रों का आयोजन किया गया।