इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहलाए जाने वाले इंदौर में अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। गुरूवार को नगर निगम (Indore Municipal Corporation) की टीम ने शहर की अन्नापूर्णा कॉलोनी में अवैध रूप से कब्जाई गई करोड़ों की जमीन को खाली कराया जा रहा है।

नगर निगम  की टीम ने कब्जा जमाकर बैठे 25 दुकानदारों को मौके से हटाकर उनके द्वारा लगाए गए टीन शेड को जेसीबी से ढहाया। इस दौरान दुकानदारों और नगर निगम (Indore Municipal Corporation) के अधिकारियों के बीच विवाद भी देखने को मिला।

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शासकीय जमीन पर किया कब्जा

दरअसल, इंदौर के अन्नपूर्णा कॉलोनी में शासकीय जमीन पर चौपाटी की 20 से 25 दुकानें और 350 से ज्यादा अवैध निर्माण कार्य का मामला कुछ दिन पहले सामने आया था। जिस पर कार्रवाई करने इंदौर नगर निगम और जिला प्रशासन (District Administration) की संयुक्त टीम गुरूवार को पहुंची थी। टीम के निर्देश पर जेसीबी द्वारा अतिक्रमण (Encroachment) को हटाया जा रहा है। जिसके खिलाफ वहां के दुकानदारों और नागरिकों ने जमकर विरोध किया। इस दौरान वहां मौजूद एक बुजुर्ग ने पुलिस और निगम के अधिकारियों के सामने खुद को तमाचे भी मारे। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि निगम ने कार्रवाई के पहले हमें सूचना तक नहीं दी। उन्होंने कहा निगम और पुलिस के अधिकारियों से कहा कि हमारी दुकान और वहां रखे सामान न तोड़ा जाए, उन्हें हम खुद ही हटा लेंगे। यदि पहले इसकी सूचना दी गई होती तो हम खुद से ही हटा लेते।

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इससे पहले फरवरी में इंदौर के भंवरकुंआ इलाके में आने वाले प्रोफेसर कॉलोनी में भी नगर निगम ने इसी तरह की कार्रवाई की थी। एसडीएम ने प्रशासन के इस एक्शन के बारे में जानकारी देते हुए बताया था कि प्रोफेसर कॉलोनी में नगर निगम (Indore Municipal Corporation) की टीम द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई, जिसमें निजी व्यक्ति की जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया था। बता दें कि तब भी निगम के इस एक्शन के खिलाफ स्थानीय नागरिकों ने जमकर विरोध किया था। इस दौरान सड़क पर लंबा जाम लग गया था जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ था।