उज्जैन। श्रावण-भादो में निकाली जाने बाबा महाकाल की सातवीं व अंतिम (शाही) सवारी आज (02 सितंबर, सोमवार) निकलेगी। राजाधिराज महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे। शाही सवारी में अपने आराध्य का आशीर्वाद लेने के लिए बड़ी संख्या में उज्जैन पहुंच चुके हैं। (CM Mohan Yadav)

आज निकलेगी बाबा महाकाल की शाही सवारी, 6 स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देंगे राजाधिराज

श्रद्धालुओं के लिए आज का दिन और भी खास है। दरअसल, भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की अमावस्या ‎इस बार 2 सितंबर के दिन‎ महा नक्षत्र, शिव योग की साक्षी में आई है। 3-4 साल में ऐसी स्थिति बनती है जब सोमवती अमावस्या और भगवान महाकालेश्वर की सवारी‎ का योग बनता है। (CM Mohan Yadav)

सीएम मोहन यादव भी पहुंचे

सोमवार सुबह मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पत्नी के साथ महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान महाकाल पूजा-अर्चना की। सीएम ने एक्स पर लिखा, ‘आज सोमवती अमावस्या के पावन अवसर पर महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर सपत्नीक बाबा महाकाल का दर्शन-पूजन किया। मंदिर में स्थित श्री जूना महाकालेश्वर मंदिर और श्री अनादिकल्पेश्वर मंदिर में भी पूजा अर्चना की तथा प्रदेशवासियों के कल्याण की कामना की।’ इसके बाद कलेक्टर नीरज सिंह ने नंदी हॉल में सीएम को शॉल-श्री फल भेंट किया।

6 स्वरूपों में होंगे दर्शन

बाबा महाकाल की शाही सवारी का रूट कुल 7 किलोमीटर है। राजाधिराज महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण निकलेंगे। इस दौरान भक्तों को अपने आराध्य देव के एकसाथ 6 स्वरूपों में दर्शन होंगे। करीब 6 घंटे के बाद रात 10 बजे सवारी वापस मंदिर में लौटेगी।

ज्योतिरादित्य सिंधिया होंगे शामिल

परंपराओं के मुताबिक बाबा महाकाल की शाही सवारी में सिंधिया राजघराना के सदस्य भी जरूर शामिल होते हैं। ऐसे में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके बेटे आर्यमान सिंधिया के आने की संभावना है। उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल भी शाही सवारी का हिस्सा बन सकते हैं।

सवारी में ‘शाही’ शब्द पर आपत्ति

बाबा महाकाल की सवारी में ‘शाही’ शब्द लगाए जाने पर सांधु संतों ने आपत्ति दर्ज कराई है। बीजेपी नेता और पूर्व विधायक यशपाल सिसोदिया ने भी संतों का समर्थन किया है। उनका कहना है कि शाही एक इस्लामिक शब्द है। इसका यूज करना सही नहीं है। सिसोदिया ने नाम बदलवाने को लेकर सीएम मोहन यादव से मांग की है।