भोपाल (Weather Update)। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बदरा बरस ही गए। राजधानी में दोपहर अच्छी खासी बारिश हुई। मानसून की दस्तक ने फिजाओं में ठंडक घोल दी।
दक्षिण-पश्चिम मानसून महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों विदर्भ के शेष हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों छत्तीसगढ़ और ओड़िशा के कुछ और हिस्सों, गंगा के मैदानी पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष में आगे बढ़ गया है। Rain in Madhya Pradesh
3-4 दिनों के लिए परिस्थितयां अनुकूल
अगले 3-4 दिनों के दौरान उत्तरी अरब सागर, गुजरात राज्य महाराष्ट्र के शेष हिस्सों मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं।Rain in Madhya Pradesh
पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, अनूपपुर एवं हिंडोरी में आगे बढ़ दक्षिण-पश्चिम मानसून मध्य प्रदेश के उत्तरी हरियाणा और आसपास के क्षेत्रों पर बना चक्रवाती परिसंचरण अब उत्तर-पश्चिमी, उत्तर प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर स्थित है।Rain in Madhya Pradesh
दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उससे सटे पाकिस्तान के ऊपर समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। एक पूर्व-पश्चिम गर्त अब पूर्वोत्तर राजस्थान से मणिपुर तक उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल,बांग्लादेश, मेघालय और असम से होकर औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर बना हुआ है। पूर्वी बिहार और उसके आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती परिसंचरण अब बिहार ओर उससे सटे पूर्वी उत्तर प्रदेश पर समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर स्थित है। Rain in Madhya Pradesh
सम्भावित पूर्वानुमान
भोपाल, चम्बल, ग्वालियर, सागर, रीवा संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान है। वहीं नर्मदापुरम, बुरहानपुर, खरगोन, अलिराजपुर कुछ स्थानों पर हरदा, धार, इंदौर, झाबुआ, रतलाम में अनेक स्थानों पर वर्षा या गरज—चमक के साथ बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान है। वहीं हवाएं (50-60 किमी/घंटा) की रफ्तार से चल सकती हैं। नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा,छिंदवाड़ा,सिवनी, बालाघाट, पांढुर्ना जिलों में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। Rain in Madhya Pradesh