भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh Weather) में मानसून सीजन का सबसे स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। मौसम विभाग ने इंदौर, ग्वालियर और चंबल संभाग समेत प्रदेश के 20 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। वहीं बीते एक हफ्ते से प्रदेश में हो रही लगातार बारिश से नदियां, बांध और तालाबों में वॉटर लेवल बढ़ गया है।
मंगलवार को छतरपुर जिले (Madhya Pradesh Weather) में बमनोरा में धसान नदी का जलस्तर अचानक से बढ़ गया। जिसमें 59 लोग टापू पर फंस गए। इसके बाद पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने सभी का रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
नदी के बीच टापू में फंसे 48 लोग, सूचना के कई घंटों के बाद पहुंचे अधिकारी
लबालब हुए बांध
प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान हुई तेज बारिश से इंदिरा सागर, तिघरा, तवा और बरगी जैसे बड़े डैमों में पानी का स्तर 3 फीट तक बढ़ गया। इसके साथ कई छोटे डैमों के लबालब भर जाने की वजह से उनके गेटों को खोलना पड़ा।
प्रदेश में हो चुकी इतनी बारिश
मध्यप्रदेश में 1 जून से लेकर 23 जुलाई तक 13.8 इंच बारिश हो चुकी है। जो कि पूरे सीजन का करीब 38 फीसदी है। हालांकि औसत बारिश से यह 2 फीसदी अभी भी कम है।
क्यों हो रही बारिश?
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक मौजूदा समय में एक मानसून ट्रफ लाइन इस समय प्रदेश में एक्टिव है। कम दबाव का क्षेत्र अब साइक्लोनिक सर्कुलेशन में बदल गया है। मानसून ट्रफ लाइन भी यहीं से गुजर रही है। इन सबके चलते प्रदेश में बारिश का एक स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक 25 जुलाई से प्रदेश में एक्टिव सिस्टम कमजोर होगा। जिससे तेज बारिश का सिलसिला रुकेगा। हालांकि इस दौरान कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होती रहेगी। इसके बाद 28 जुलाई से एक बार फिर प्रदेश में तेज बारिश का दौर शुरू होने के आसार हैं।