भोपाल (Bhopal)। बच्चों को नशे से बचाने के लिए सरकार ने ना सिर्फ योजना को तैयार कर लिया है, बल्कि उस पर अमल भी शुरू कर दिया है। लोक शिक्षण संचालक डी एस कुशवाहा ने एमपी के सभी जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर कहा कि 6 वीं से 12 वीं तक संचालित सभी स्कूलों के बच्चों में नशीली दवाओं के सेवन और तस्करी की रोकथाम एवं तंबाकू नियंत्रण हेतु स्कूलों में प्रहरी क्लब गठित किए जाने के संबंध में निर्देश किए जारी। MP Prahari Clubs

आपको बता दें कि प्रदेश में स्कूल शिक्षण संस्थानों में बच्चों में नशीली दवाओं और मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम के लिये प्रहरी क्लब गठित किये गये हैं। इन प्रहरी क्लबों के गठन और काम-काज के विश्लेषण के लिये प्रहरी पोर्टल का निर्माण किया जा रहा है। यह पोर्टल राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा तैयार किया जा रहा है।MP Prahari Clubs

प्रहरी क्लब बनाने के दिए गए दिशा निर्देश 

1. प्रहरी क्लब में एक शिक्षक प्रभारी रहेगा। यह ध्यान रखा जाये कि वे शिक्षक किसी प्रकार के नशे से दूर हो।

2. प्रहरी क्लब में प्रत्येक कक्षा के चयनित छात्रों को शामिल किया जाये। छात्रों के क्लब में जागरूक अभिभावकों को भी शामिल किया जाये।

3. क्लब न्यूनतम सदस्य संख्या 20 तक रखी जाये। MP Prahari Clubs

प्रहरी क्लब के कार्यकम 

1. प्रहरी क्लब के बच्चों और अभिभावकों के सहयोग से चलाया जायेगा।

2. क्लब ध्यान रखेगा कि विद्यालय के 100 मीटर तक के दायरे में मादक पदार्थ न पहुंचे।

3. प्रहरी क्लब के सदस्य निगरानी रखेंगे कि विद्यालय के छात्र शराब, पान मसाला, गुटखा, बीड़ी सिगरेट आदि की लत से बचे रहें। MP Prahari Clubs


इस लिंक पर विवरण देना जरूरी
जिले के समस्त विद्यालय/शैक्षणिक संस्थानों में प्रहरी क्लब का गठन सुनिश्चित कराते हुए उसके प्रभारी शिक्षक/दल शिक्षक का विवरण राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा प्रदान की गई लिंक https//prahariclub.ncpcrweb.in पर एक सप्ताह में उपलब्ध कराना अनिवार्य है।MP Prahari Clubs