मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सात समितियों के अध्यक्षों का ऐलान किया है। पार्टी ने 7 बड़ी समितियों की जिम्मेदारी किसी छोटे नेताओं को नहीं बल्कि दिग्गजों को दी है। भले ही कांग्रेस को मजबूत करने वाली समितियों की जिम्मेदारी दिग्गजों के पास होगी, लेकिन इनकी भी निगरानी की जाएगी। इन समितियों की निगरानी प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी करेंगे।(Committee)
समिति की जिम्मेदारी इन नेताओं के पास
कांग्रेस की बनाई गई विचारधारा और प्रशिक्षण समिति की जिम्मेदारी पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन के पास रहेगी, संगठन की मजबूती विस्तार सहभागिता और समन्वय समिति का काम दिग्विजय सिंह को सौंपा गया है। कार्यक्रम क्रियान्वयन निगरानी समिति को राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा देखेंगे। वहीं मोर्चा संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव को सौंपी गई है। संगठन पारदर्शिता और अनुशासन समिति का जिम्मा पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के पास रहेगा। जबकि महिला भागीदारी और कोर वोट बैंक नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और संसाधन समिति की जिम्मेदारी राज्यसभा सांसद अशोक सिंह संभालेंगे। (Committee)
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संगठन को मजबूत करने में जुटी कांग्रेस
बता दें कि मध्यप्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस अब अपने संगठन को फिर से मजबूत करने में जुट गई है। इसके लिए पार्टी ने मेगा प्लान बनाते हुए एक साथ 7 अलग-अलग कमेटी बनाई हैं। साथ ही इन कमेटियों को अलग-अलग नाम दिए हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस समितियों के माध्यम से चर्चा कर आगे की रणनीति बनाएगी। साथ ही संगठन को मजबूत करने के लिए मेगा प्लान तैयार करेगी। (Committee)