श्योपुर। समाज में जागरूकता लाने के लिए तमाम सरकारी तंत्र और समाजसेवी संस्थाएं काम करती हैं। कभी शराब के सेवन से होने वाले नुकसान को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाता है, तो कभी अन्य मादक पदार्थों से बचाव के लिए। अगर उसी के खिलाफ कोई समाजसेवी खुलासा कर दे तो सरकारी पदों पर बैठे लोग उस व्यक्ति के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज करवा देते हैं। ऐसा ही एक मामला  सामने आया है, जहां समाजसेवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर लोगों में गुस्सा है। (Protest)

स्पेशल वार्ड में शराब पार्टी का वीडियो हुआ था वायरल

दरअसल, जिला अस्पताल के मैटरनिटी वार्ड में बनाए गए स्पेशल वार्ड में शराब पार्टी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें जिला अस्पताल में इलेक्ट्रिशियन का काम करने के लिए बाहर से कर्मचारी नजर आ रहे हैं। इस वीडियो पर लोगों का आरोप है कि अस्पताल के स्पेशल वार्ड में शराब पार्टी से महिलाओं में असुरक्षा होती है।(Protest)

सिविल सर्जन ने वीडियो को बताया था फर्जी

हालांकि, सिविल सर्जन डॉ. दिलीप सिंह सिकरवार ने इस वीडियो को फर्जी बताया था। उन्होंने कहा था कि कुछ लोग अस्पताल का माहौल खराब करने के लिए इस तरह का काम कर रहे है, वहां कोई शराब पार्टी नहीं हो रही थी। जिसके बाद समाजसेवी मुकेश मीणा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। (Protest)

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सिविल सर्जन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग

अब समाजसेवी मुकेश मीणा के समर्थन में सैकड़ों लोग कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि आवाज उठाने वाले समाजसेवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जबकि आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई। प्रदर्शन में शामिल लोग सिविल सर्जन दिलीप सिकरवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।