रायपुर। कलेक्टर्स-एसपी कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पोषण पुनर्वास केंद्र, खैरागढ़ में बेड ऑक्यूपेंसी और क्योर रेट जीरो होने पर नाराज़गी जताई। साथ ही उन्होंने बैठक के दौरान सभी जिलों में आयुष्मान पंजीयन आगामी 6 माह में शत-प्रतिशत करने के निर्देश भी दिए।(Collectors-SP Conference)

‘पीएम जन औषधि के बंद पड़े केंद्र शुरू करें’

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम जन औषधि के जो केंद्र संचालित नहीं हैं, उन्हें शुरू करें। इसके साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा कि मरीजों को जनऔषधि केंद्र स्पष्ट रूप से दिखें। इसके साथ ही हर जिले में डायलिसिस की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाए।(Collectors-SP Conference)

रायपुर और बिलासपुर जिले की सराहना

सीएम साय ने बैठक में टीबी उन्मूलन के तहत किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। कार्यक्रम में अच्छे प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री ने रायपुर और बिलासपुर जिलों की सराहना की। साथ ही अन्य जिलों में भी टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में तेजी लाने के निर्देश दिए।(Collectors-SP Conference)

जनता से दुर्व्यवहार पर जताई नाराजगी

इससे पहले मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में कुछ जिलों में जनता और स्कूली छात्रों से दुर्व्यवहार की घटनाओं पर सख्त नाराजगी जताई थी। उन्होंने अधिकारियों को भाषा के संयम को लेकर विशेष हिदायत देते हुए कहा कि आपके अधिकारियों से भाषा का संयम खो चुका है तो कार्रवाई करें। सीएम ने कहा कि आपसे ऐसी गलती हुई तो मैं कार्रवाई करूंगा। शासन की योजनाएं पूरी पारदर्शिता के साथ अंतिम पात्र व्यक्ति तक पहुंचें। सभी फ्लैगशिप योजनाओं में सैचुरेशन के लक्ष्य को ध्यान में रखकर काम करें।(Collectors-SP Conference)

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‘स्थानीय समस्याओं को वहीं निपटाएं’

वहीं मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा कि स्थानीय स्तर की समस्याएं वहीं निपटें। छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर लोगों को राजधानी न आना पड़े। जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाई गई जन समस्याओं पर त्वरित और प्रभावी कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि बीते 9 महीने में प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी के अनुरूप प्रदेश को संवारने की दिशा में प्रयास किया गया है, लेकिन विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने के लिए कठिन परिश्रम की आवश्यकता है।