भोपाल। 1 नवंबर यानी आज का दिन मध्य प्रदेश के लिए बेहद खास है। साल 1956 में इसी दिन यह राज्य वजूद में आया था। मतलब आज मध्य प्रदेश अपना 69 वां स्थापना दिवस मना रहा है, तो वहीं मध्य प्रदेश की ही कोख से साल 2000 में जन्मा छत्तीसगढ़ अपनी स्थापना की 24 वीं वर्षगांठ। मध्य प्रदेश का इतिहास, संस्कृति और धरोहर अतुल्य है। यह राज्य अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता और ऐतिहासिक इमारतों के लिए दुनियाभर में मशहूर है।(MP-CG Foundation Day)
1950 को मध्य प्रांत और बरार का नाम किया गया MP
आजादी के बाद मध्य भारत और विंध्य प्रदेश के नए राज्यों को पुरानी सेंट्रल इंडिया एजेंसी से अलग कर दिया गया। जिसके तीन साल बाद 1950 में मध्य प्रांत और बरार का नाम बदलकर मध्य प्रदेश कर दिया गया। इस मध्य प्रदेश राज्य में शुरुआत में 43 जिले थे।(MP-CG Foundation Day)
1972 में दो जिलों को हुआ विभाजन
इसके बाद साल 1972 में दो बड़े जिलों का विभाजन किया गया, भोपाल को सीहोर से और राजनांदगांव को दुर्ग से अलग किया गया। साल 2000 में राज्य के दक्षिण-पूर्वी हिस्से को विभाजित करके एक नया राज्य छत्तीसगढ़ बनाया गया। वर्तमान मध्य प्रदेश 308 लाख हेक्टेयर के भौगोलिक क्षेत्र में फैला हुआ है।(MP-CG Foundation Day)
1 नवंबर, 1956 को अस्तित्व में आया MP
जब देश को आजादी मिली तब देश में कई छोटी-छोटी रियासतें थीं, जिन्हें आजादी के बाद स्वतंत्र भारत में शामिल कर लिया गया था। 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू हुआ, उसके बाद 1952 में पहले आम चुनाव संपन्न हुए। इसी वजह से संसद और विधान मंडल अस्तित्व में आए। इसके बाद 1956 में राज्यों के पुनर्गठन की कवायद के परिणामस्वरूप 1 नवंबर, 1956 को देश में एक नया राज्य, यानी मध्य प्रदेश अस्तित्व में आया।(MP-CG Foundation Day)
वजूद में आई पहली विधानसभा
मध्य प्रदेश के गठन के समय, मध्य भारत, विंध्य प्रदेश और भोपाल इसके घटक राज्य थे। शुरुआती दौर में तो सभी की अपनी विधानसभाएं थीं, लेकिन बाद में फैसला किया गया कि सभी को मिलाकर एक ही विधानसभा बनाई जाएगी। 1 नवंबर, 1956 को पहली मध्य प्रदेश विधानसभा वजूद में आई। इसका पहला और अंतिम अधिवेशन 17 दिसंबर, 1956 से 17 जनवरी, 1957 के बीच पूरा हुआ।(MP-CG Foundation Day)
ऐसे MP की राजधानी बना भोपाल
वहीं, साल 1972 में भोपाल को राज्य की राजधानी घोषित किया गया। भोपाल को राजधानी बनाए जाने में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. शंकर दयाल शर्मा, भोपाल के आखिरी नवाब हमीदुल्ला खान और पंडित जवाहर लाल नेहरू की महत्वपूर्ण भूमिका रही। दरअसल ग्वालियर को राज्य की राजधानी बनाया जाना था। जबलपुर को लेकर भी राज्य की राजधानी का दावा किया जा रहा था।(MP-CG Foundation Day)
सरदार पटेल ने किया राजधानी बनाने का फैसला
हालांकि, भोपाल के नवाब भारत के साथ संबंध ही नहीं रखना चाहते थे। वो हैदराबाद के निजाम के साथ मिलकर भारत का विरोध कर रहे थे। केंद्र सरकार नहीं चाहती थी कि ‘भारत का हृदय’ राट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल हो, इसलिए सरदार पटेल ने भोपाल पर नजर रखने के लिए उसे राजधानी बनाने का फैसला किया।(MP-CG Foundation Day)
2000 में मध्य प्रदेश का हुआ बंटवारा
इसके बाद 1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ को अलग कर एक नया राज्य बनाया गया। स्थापना के बाद मध्य प्रदेश की 26.62 फीसदी आबादी और 30.4 फीसदी जमीन छत्तीसगढ़ में चली गई। विभाजन के पहले मध्य प्रदेश में 320 विधानसभा सीटें होती थीं और छत्तीसगढ़ के गठन के बाद 230 सीटें नए राज्य को दे दी गईं।(MP-CG Foundation Day)
7000 कर्मचारियों का CG में हुआ ट्रांसफर
विभाजन के बाद मध्य प्रदेश के 7,000 कर्मचारियों का छत्तीसगढ़ ट्रांसफर कर दिया गया। 111 आईएएस ऑफिसर, 73 आईपीएस ऑफिसर और 99 आईएएस ऑफिसर का छत्तीसगढ़ ट्रांसफर किया गया। वहीं, नए राज्य की सुरक्षा के लिए मध्य प्रदेश के 96,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।(MP-CG Foundation Day)
CG को खर्च के लिए दिए गए 3000 करोड़ रुपए
बंटवारे के समय मध्य प्रदेश सरकार का स्वीकृत बजट 23 हजार करोड़ रुपए था। छत्तीसगढ़ बनने के बाद प्रारंभिक पांच महीने के खर्च के लिए छत्तीसगढ़ को 3,000 करोड़ रुपए दिए गए।(MP-CG Foundation Day)
टेबल-कुर्सियों का भी हुआ बंटवारा
1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश और नवगठित राज्य छत्तीसगढ़ के बीच सिर्फ कर्मचारियों, जमीन, जंगल, वित्तीय संसाधनों का ही बंटवारा नहीं हुआ, बल्कि टेबल, कुर्सियों, अलमारी आदि की हिस्सेदारी भी तय की गई। बंटवारे में 36 वीआईपी टेबल, 40 वीआईपी कुर्सियां, 345 ऑफिस टेबल, 985 ऑफिस चेयर, 12 बड़ी सेंट्रल टेबल, 466 स्टील की अलमारियां छत्तीसगढ़ राज्य को दे दी गईं।(MP-CG Foundation Day)
यहां श्मशान में मनाई जाती है दिवाली, जलती चिताओं के पास आतिशबाजी कर खुशियां मनाते हैं लोग, अनोखी है परंपरा
जब मध्यप्रदेश का विभाजन हुआ, तब राज्य सरकार के पास एक हेलिकॉप्टर और एक हवाई जहाज हुआ करता था। छत्तीसगढ़ नया राज्य बना था तो वहां के मुख्यमंत्री को भी हवाई दौरों के लिए किसी विमान या हेलिकॉप्टर की जरूरत थी। लिहाजा मध्य प्रदेश सरकार ने अपना हेलिकॉप्टर छत्तीसगढ़ को दे दिया। हालांकि बाद में छत्तीसगढ़ सरकार ने नया हेलिकॉप्टर खरीद लिया, जिसके बाद पुराना हेलिकॉप्टर मध्य प्रदेश को लौटा दिया गया।