रायपुर। छत्तीसगढ़ के दुर्ग और भिलाई जिले में अब उद्योग लगाने के लिए अब जमीन नहीं बची है। खासकर छोटे उद्योग जो कि 5 हजार से 10 हजार वर्ग फीट जगह पर स्थापित होते हैं उन्हें जमीन की किल्लत के चलते समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों की तर्ज पर अब इन जिलों में भी वर्टिकल फैक्ट्री लगाने की तैयारी हो रही है। बता दें कि वर्टिकल फैक्ट्री का मतलब अपार्टमेंट में संचालित होने वाली फैक्ट्री होता है। (Vertical Factory)

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अभनपुर और भिलाई में होगीं स्थापित

राज्य की साय सरकार छोटे उद्योगों के लिए यह प्लान लेकर आई है। जिसके अंतर्गत पहले फेज में अभनपुर और भिलाई में करीब 5- 5 एकड़ में डेवलप किया जाएगा। चार से पांच मंजिल के 100-100 अपार्टमेंट में ये फैक्ट्रियां स्थापित की जाएंगी। (Vertical Factory)

उद्योग विभाग ने दिल्ली के झंडेवाला और मुंबई के अंधेरी की तरह यहां भी छोटे उद्योगों के लिए फ्लैट पॉइंट फैक्ट्री लगाने का प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसके अतर्गत सबसे पहले अभनपुर में स्थापित फर्नीचर फैक्ट्री को डेवलप किया जाएगा। जो कि काफी समय से बंद पड़ी है। करीब 5 एकड़ एरिया में फैले इस क्षेत्र को अब छोटे-छोटे उद्योगों के लिए तैयार किया जाएगा। ऐसे ही भिलाई में एग्रीकल्चर इक्विपमेंट्स के निर्माण की यूनिट में चल रही स्टील फर्नीचर फैक्ट्री को तोड़कर उसे अपार्टमेंट वाली फैक्ट्री में बदला जाएगा।

100 फ्लैट्स में लगेंगे 200 उद्योग

उद्योग विभाग के अफसरों के मुताबिक अभनपुर और भिलाई में 5-5 एकड़ जमीन पर पांच मजिला इमारत बिल्डिंग बनाई जाएगी। जिनमें 100-100 फ्लैट्स बनाए जाएंगे। इनमें 5 से 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।