भोपाल। मां भवानी की उपासना का पर्व शारदेय नवरात्रि की आज से शुरूआत हो गई है। नौ दिन तक माता रानी की विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध देवी धाम – बीजासेन माता मंदिर सलकनपुर , शारदा माता मंदिर मैहर और चामुंडा मंदिर देवास में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। केवल मध्यप्रदेश की नहीं बल्कि देश के अलग-अलग राज्यों से यहां लोग दर्शन के लिए आ रहे हैं। (shardiya navratri 2024)

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आज विराजेगी मां दुर्गा

राज्य के बड़े शहरों से लेकर कस्बों और गांवों के पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। राजधानी भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और इंदौर में देवी मां के भव्य पंडाल सजाया जा रहा है। बात करें राजधानी भोपाल की तो इस बार यहां 1500 से ज्यादा छोटे बड़े पंडाल बनाए गए हैं। (shardiya navratri 2024)

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

गुरुवार 3 अक्टूबर से शुरू हुआ यह त्योहार 11 अक्टूबर तक चलेगा। 12 अक्टूबर, शनिवार को दशहरा मनेगा। जिससे देवी पूजा के लिए पूरे नौ दिन मिलेंगे। इस बार अष्टमी और महानवमी की पूजा 11 तारीख को होगी। नवरात्रि के पहले कलश स्थापना की जाती है, जिसे माता की चौकी बिठाना कहा जाता है।

नवरात्रि के समय कलशस्थापना का विशेष महत्व माना जाता है। इस दिन देवी की चौकी के पास विधिवत पूजा के साथ कलश स्थापित किया जाता है और मां दुर्गा का आह्वान किया जाता है। कलश स्थापना के लिए आज केवल दो ही शुभ मुहूर्त रहेंगे। एक सुबह 10.50 से लेकर दोपहर 1.30 तक और दूसरा शाम 4.30 से 6 बजे तक रहेगा है।

कलश स्थापना करने का मतलब है कि नवरात्र के समय ब्रम्ह्राांड में मौजूद शक्ति तत्व का घट यानी की कलश में आव्हान करना। शक्ति तत्व की वजह से घर की नकारात्मकता ऊर्जा समाप्त हो जाती है और शांति व सुख समृद्धि बनी रहती है।