भोपाल। 1989 बैच के आईएएस अनुराग जैन मध्यप्रदेश के 35वें मुख्य सचिव होंगे। वह मुख्य सचिव वीरा राणा की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल आज (30 सितंबर) खत्म हो रहा है। वह 30 मई 2020 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे। जैन अगस्त 2025 तक इस पद पर होंगे। (MP Chief Secretary Anurag Jain)

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सीएम ने दी सहमति

प्रदेश के नए मुख्य सचिव के लिए सीएम डॉ. मोहन यादव ने अनुराग जैन के नाम पर सहमति जताई है। इसका आदेश कुछ समय बाद जारी होगा। अनुराग जैन वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। इसके अलावा उनके पास आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी है। (MP Chief Secretary Anurag Jain)

उनकी नियुक्ति की वजह उनका अनुभव और वरिष्ठता है। यही वजह है कि एमपी के मुख्य सचिव के रूप में सीएम मोहन यादव ने उन पर भरोसा जताया है। 9 महीने पहले दिल्ली के मध्यप्रदेश भवन में दोनों की मुलाकात भी हुई थी, तब भी अनुराग जैन को एमपी का नया सीएस बनने की अटकलें लगाई जाने लगी थीं। माना जा रहा था कि जल्द ही उनकी एमपी वापसी हो सकती है।

पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के एक्सटेंसन के समय भी जैन के सीएस बनने की चर्चा थी। लेकिन, केंद्र ने उन्हें रिलीज नहीं किया। बता दें कि अनुराग जैन के साथ राजेश राजौरा, मोहम्मद सुलेमान और जेएन कंसोटिया के नाम भी मुख्य सचिव के लिए चर्चा में थे। लेकिन, अंतिम मुहर अनुराग जैन के नाम पर लगी।

अनुराग जैन पीएमओ में संयुक्त सचिव पद पर रह चुके हैं। वह वर्तमान में केंद्र सरकार के सबसे अहम मंत्रालय रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे की कमान संभाल रहे हैं। इसके अलावा वह मप्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दो बार सचिव रह चुके हैं। साथ ही भोपाल के कलेक्टर भी रहे हैं।

जैन के वित्त प्रबंधन के अच्छे जानकार होने की वजह से 2019 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने उन्हें वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन मई 2020 में वे फिर से प्रतिनियुक्ति पर केंद्र चले गए।  उन्होंने दिसंबर 2013 से लेकर फरवरी 2014 तक भारतीय निर्यात-आयात बैंक के कार्यवाहक अध्यक्ष और कार्यवाहक प्रबंध निदेशक के रूप में भी सेवाएं दी हैं। मध्यप्रदेश में पब्लिक सर्विसेज डिलीवरी एक्ट को लागू कराने में जैन की बड़ी भूमिका रही है।