सुकमा। छत्तीसगढ़ सरकार के एंटी नक्सल अभियान (Anti Naxal campaign) को एक और बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षाबलों ने सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र से 4 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई है।

जिन चार नक्सलियों (Anti Naxal campaign) को गिरफ्तार किया गया है, उन पर टेकलगुड़ा में 23 जून को सीआरपीएफ के काफिले आईईडी बम से उड़ाने के आरोप हैं। इस हमले में कोबरा बटालियन के 201 वाहिनी के दो जवान शहीद हो गए थे।

5 लाख के ईनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण, सरकार की नक्सल उन्मूलन और पुनर्वास नीति पर जताया विश्वास

पुलिस ने बताया कि हमें आईईडी ब्लास्ट की घटना में शामिल नक्सलियों के जगरगुंडा के तिम्मापुरम इलाके में मौजूद होने की खबर मिली थी। इसके बाद थाना जगरगुण्डा थाना इलाके के कैम्प टेकलगुड़ा से एसएस हॉकिप्स, द्वितीय कमान अधिकारी, मुकेश कुमार सिंह, सहायक कमाण्डेन्ट, कृष्ण कुमार, सहायक कमाण्डेन्ट, के हमराह 150 वाहिनी सीआरपीएफ का बल और विक्रम ठाकुर, सहायक कमाण्डेंट के हमराह 201 वाहिनी कोबरा की संयुक्त टीम एरिया डोमिनेशन के लिए तिम्मापुरम गांव और आसपास के क्षेत्र की ओर रवाना हुए।

इस दौरान फॉर्मल कपड़े पहने हुए कुछ संदिग्ध पुलिस को अपनी ओर आता देख भागने और छिपने लगे। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर 4 संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

संदिग्धों की हुई पहचान

पुलिस के मुताबिक जिन संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा गया है, उन्होंने पूछताछ में अपना नाम कुंजाम कोसा, वेट्टी लखमा, कुंजाम मंगडु और मड़कम जोगा बताया है। सभी की पहचान नक्सल संगठन में मिलिशिया मेम्बर के तौर पर हुई है। इनके पास से सुरक्षाबलों को बड़ी संख्या में विस्फोटक सामग्री भी प्राप्त हुई है।

बता दें कि सीएम विष्णुदेव साय के निर्देश पर राज्य में नक्सलवाद के खात्मे के लिए सुरक्षाबलों द्वारा एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस ऑपरेशन के तहत अब तक सैंकड़ों नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया है। वहीं कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है।