भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा बजट सत्र (MP Vidhansabha Monsoon Session) का आज पांचवा दिन है। कुछ समय बाद सदन की कार्यवाही शुरू होने वाली है। 3 जुलाई को पेश हुए मोहन सरकार के पहले पूर्ण बजट पर आज भी चर्चो होगी। वहीं, दूसरी तरफ नर्सिंग घोटाले समेत अन्य मुद्दों को लेकर विपक्ष का हंगामा आज भी जारी रह सकता है। इसके अलावा जल-जीवन मिशन को लेकर भी विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में हैं।
वहीं, मध्यप्रदेश सुधारात्मक सेवाएं एवं बंदीगृह विधेयक, 2024′ पर भी सदन (MP Vidhansabha Monsoon Session) में चर्चा होगी। यह विधेयक गुरुवार को स्वास्थ्य राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने सदन के पटल पर पेश किया था।
क्या है विधेयक?
इस विधेयक के कानून में परिवर्तित होने बाद जेलों का नाम बदल जाएगा, अब इन्हें सुधारात्मक संस्था एवं बंदीगृह कहा जाएगा। इसके अलावा सरकार द्वारा बंदियों को आचरण बदलने के लिए कई कार्यक्रम चलाए जाएंगे। ट्रांसजेंडर्स बंदियों को जेल में रहने की अलग से व्यवस्था की जाएगी। वहीं आदतन अपराधियों और सामान्य कैदियों को भी अलग-अलग रखा जाएगा।
जल्द बदला जाएगा प्रदेश की जेलों का नाम, विधानसभा में अध्यादेश हुआ पेश
‘जल जीवन मिशन में हुआ भ्रष्टाचार’ -नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा है कि जल जीवन मिशन में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। उनके पास इसके सारे सबूत हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस योजना के तहत केवल पाइप लाइन ही बिछाई गई हैं। गांवों में पानी अब तक नहीं पहुंचा है।
नर्सिंग घोटाले पर बने सर्वदलीय कमेटी
नर्सिंग घोटाले को लेकर विपक्ष द्वारा सर्वदलीय जांच कमेटी बनाने की मांग की जा रही है। वहीं सत्ताधारी बीजेपी के नेताओं का कहना है कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। वह झूठे आरोप लगा रहे हैं।
इससे पहले गुरुवार को रात दस बजे तक सदन की कार्यवाही चली। इस दौरान पक्ष और विपक्ष की ओर से बजट पर अपनी राय रखी गईं। इस दौरान उमंग सिंघार ने कहा कि बजट में ओबीसी समुदाय के लिए कम राशि का प्रावधान किया गया है। जिस पर वित्त मंत्री जनदीश देवड़ा ने कहा कि मुझे दुख है कि पूरा बजट पढ़ा नहीं गया है।