भोपाल। मध्य प्रदेश में अब जल्द ही जेलों का नाम बदला जाएगा। इसको लेकर प्रदेश की मोहन सरकार ने विधानसभा में विधेयक पेश कर दिया है। इसके साथ ही जेलों को अब सुधारात्मक संस्था और बंदीगृह कहा जाएगा। इतना ही नहीं बंदियों के आचरण में बदलाव लाने के लिए कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे।(Narendra Shivaji Patel)
बंदियों के आचरण में बदलाव के लिए चलाएंगे कार्यक्रम
मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल (Narendra Shivaji Patel) ने बताया कि इस बदलाव के लिए विधानसभा में विधेयक पेश कर दिया गया है, जिसमें 18 अध्याय रखे गए हैं।उन्होंने कहा कि जेलों के नाम के साथ –साथ बंदियों के आचरण में बदलाव लाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे। वहीं, ट्रांसजेंडर्स बंदियों के जेल में रहने के लिए अलग जगह की व्यवस्था की जाएगी।
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आदतन अपराधियों को अलग रखा जाएगा
नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा कि मोहन सरकार प्रदेश में बड़े बदलाव की दिशा में काम कर रही है। इसीलिए जेल में भी बदलाव किया जा रहा है। जहां जेलों के नाम तो बदले ही जाएंगे साथ ही किन्हीं कारणों से अपराधी बने लोगों के पुनर्वास पर काम किया जाएगा। जेलों में आदतन अपराधियो को अलग रखा जाएगा। जबकि सामान्य कैदियों के लिए अलग व्यवस्था होगी। जिससे ज्यादा से ज्यादा कैदी अपराध की दुनिया से बाहर आ सकें। इसके लिए विधेयक को विधानसभा के पटल पर रखा गया है। (Narendra Shivaji Patel)