रायपुर। हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ (CRPF Operations) के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने आगामी 2 सालों में प्रदेश से नक्सलवाद को जड़ से मिटाने की बात कही थी। उन्होंने रायगढ़ में कहा था कि नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई लास्ट स्टेज पर है और इसके खात्मे के लिए कार्रवाई जारी रहेगी। गृह मंत्री की इसी रणनीति के तहत CRPF छत्तीसगढ़ के सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित इलाके में 4 हजार से ज्यादा कर्मियों की चार और बटालियनों को तैनात किया जा रहा है।
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झारखंड-बिहार से बुलाई बटालियन
सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सीआरपीएफ (CRPF Operations) ने झारखंड से 3 और बिहार से 1 बटालियन को वापस बुलाया है। इनकी तैनाती छत्तीसगढ़ के नक्सलवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके बस्तर में की जाएगी।
4 हजार जवान होंगे तैनात
कहा जा रहा है कि झारखंड और बिहार में नक्सली हिंसा में कमी आई है। वहां अब नक्सली हिंसा की घटनाएं बेहद कम हो रही हैं। इस वजह से इन बटालियनों का छत्तीसगढ़ में बेहतर तरीके से किया जा सकता है, जहां एंटी नक्सल अभियान चरम पर है।
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इन इलाकों में होगी तैनाती
मिली जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के लाल आतंकवाद से प्रभावित इलाके में मौजूदा सिक्योरिटी फोर्स को और अधिक मजबूत बनाने के लिये CRPF की 159, 218, 214 और 22 बटालियनों को वहां तैनात किया जा रहा है। बता दें कि एक बटालियन में करीब 1,000 जवान होते हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन बटालियन की तैनाती दंतेवाड़ा और सुकमा के दूरदराज वाले इलाकों और पड़ोसी राज्य ओडिशा, आंध्र प्रदेश व महाराष्ट्र की सीमा पर की जाएगी।
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