जबलपुर (Jabalpur)। दलहन बेचने के लिए जिस धीमी तादाद में किसानों ने पंजीयन कराया। उसने जिला प्रशासन के होश उड़ा दिए हैं। दरअसल उड़द और मूंग खरीदी के लिए राज्य शासन के निर्देश पर किसानों के पंजीयन की प्रक्रिया जब शुरू हुई तो पंजीयन का आंकड़ा महज 5 हज़ार तक बमुश्किल पहुंच पाया था।Crop Action Plan
जिसके चलते पंजीयन की तारीख को 3 दिनों के लिए बढ़ाया गया था, ताकि किसान समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए अपना पंजीयन करवा सकें, लेकिन अंतिम 3 दिनों में 7 हजार किसानों के पंजीयन होने से प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है, जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा राजस्व अमले को लगाकर पंजीयन कराने वाले किसानों का सत्यापन कराया जा रहा है, हालांकि राज्य शासन के निर्देश के मुताबिक जिला प्रशासन ने उड़द और मूंग बेचने के लिए किसानों के पंजीयन के आंकड़ों को देखते हुए खरीदी के लिए एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। Crop Action Plan
खरीदी के लिए करीब 50 केंद्रों का चयन
जिले में खरीदी के लिए करीब 50 केंद्रों का भी चयन कर लिया गया है जहां मूंग खरीदी की प्रक्रिया शुरू होगी, लेकिन पंजीयन के आंकड़ों में हुई बढ़ोतरी के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मूंग खरीदी की प्रक्रिया शुरू होने के पहले सत्यापन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दरअसल इस बार जहां पंजीयन का काम कृषि विभाग के करिए किया जा रहा है, वहीं सरकार द्वारा समर्थन मूल्य बढ़ाने को देखते हुए बड़ी तादाद में किसानों ने अपना पंजीयन कराया है। Crop Action Plan
सर्वर की परेशानी
अंदेशा जताया जा रहा है कि अंतिम 3 दिनों में पंजीयन कराने वाले किसानों में ऐसे लोग भी शामिल हैं जो इसके हकदार ही नहीं हैं, हालांकि जिला प्रशासन के मुताबिक गिरदावरी और सर्वर की परेशानियों के चलते तय सीमा में किसान पंजीयन नहीं करवा पाए थे। जैसे ही तारीख बढाई गई। वैसे ही किसानों ने बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन करवाया है। रजिस्ट्रेशन में गड़बड़ी की शिकायतों पर जांच करवाई जाएगी। क्योंकि अभी तक जो आंकड़ा प्रशासन के पास है। उसके मुताबिक बीते साल के मुकाबले इस बार 5 हजार से ज्यादा किसानों ने पंजीयन नहीं करवाया है। Crop Action Plan