भोपाल। पराली जलाने और धुंध की वजह से मध्यप्रदेश की हवा में जहर घुल रहा है। खासकर भोपाल और इंदौर में लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण से हालात ये हो गए हैं कि यहां सांस लेना मुश्किल हो गया है। इन दोनों शहरों में AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 200 से लेकर 300 पर पहुंच गया है जो कि सेहत के लिए बेहद हानिकारक है। (Air Quality Index)
बात करें राजधानी भोपाल की तो यहां के अरेरा कॉलोनी और टीटी नगर में मंगलवार को AQI 300 के पार पहुंच गया था। इस स्तर की हवा लोगों की सेहत पर सीधा असर डालती है। (Air Quality Index)
सबसे स्वच्छ शहर में बन रहे दिल्ली जैसे हालात
देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर भी प्रदूषण की चपेट में है। यहां के कई इलाकों में मंगलवार को AQI 200 के पार दर्ज किया गया। वहीं ग्वालियर के हालात भी खराब हैं यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार 250 से लेकर 350 बना हुआ है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मुताबिक यहां के सिटी सेंटर और महाराज वाड़ा में बुधवार की सुबह एक्यूआई 340 और 310 बना हुआ है। जो कि हवा का ये स्तर हेल्थ के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है। जबलपुर के मढ़ोताल में भी एक्यूआई 300 और कई जगहों पर 150 से लेकर 200 तक पहुंच गया है।
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AQI के बढ़ने की वजह?
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक प्रदेश के कई स्थानों की हवा जहरीली होने की वजह पराली है। इसको जलाने के मामले पिछले साल की तुलना में बढ़े हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल एमपी में पंजाब से भी ज्यादा पराली जलाई गई है। राज्य में इसके अब तक 11382 मामले आए हैं, जबकि हरियाणा और पंजाब में ये आंकड़ा 1118 और 9655 है। केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार पिछले साल की तुलना में एमपी में धान रकबा बढ़ा है। जिससे पराली जलाने के मामले भी ज्यादा आए हैं। क्योंकि धान की खेती के बाद बोवनी करने के लिए लोग पराली जला देते हैं। इसको जलाने का सीधा असर मौसम पर पड़ता है, हवा और ज्यादा जहरीली हो जाती है।
क्या है AQI?
AQI (Air Quality Index) यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक, जो कि किसी इलाके में वहां के हवा के स्तर उसकी गुणवत्ता को दर्शाता है। इसको रीडिंग के आधार पर 6 कैटेगरियों में बांटा गया है। 0 और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
यह आठ प्रदूषण कारकों के आधार पर तय होता है। ये कारक हैं – PM10, PM 2.5, NO2, SO2, CO2, O3, NH3 और Pb। यह 24 घंटे में इन कारकों मात्रा के आधार पर एयर क्वालिटी को बताता है।