नारायणपुर। ऊर्जा थाना क्षेत्र में बेखौफ नक्सलियों (Naxalites murdered) ने एक युवक को महज इसलिए मार डाला क्योंकि उनको शक था कि युवक ने पुलिस में मुखबिरी की है। नक्सलियों ने गला रेतकर युवक की हत्या की और शव को फेंककर भाग निकले। घटनास्थल पर आरोपियों ने एक पर्चा भी फेंका। जिसमें 15 जून को जिले के फरसेबेड़ा कोड़तामेड़ता कुतुल में हुए पुलिस और नक्सली मुठभेड़ के लिए युवक को जिम्मेदार ठहराया।
पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप
नक्सलियों का आरोप है कि मुठभेड़ के दिन युवक ने पुलिस के लिए मुखबिरी करने का काम किया था। जिससे नक्सली संगठन को काफी नुकसान पहुंचा। अब नक्सलियों (Naxalites murdered) ने युवक की हत्या करके बदला लेने की बात कही। हत्या के बाद गांव में दहशत का माहौल है. पुलिस ने युवक का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। साथ ही अज्ञात नक्सलियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर इलाके में सर्चिंग बढ़ा दी है।
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घर से अपहरण कर युवक को उतारा मौत के घाट
पुलिस के मुताबिक कोहकामेटा थाना क्षेत्र के नेलगुर गांव का निवासी सन्नू उसैंडी वर्तमान में बांस शिल्प कॉलोनी नारायणपुर में रहता था। बीते दिनों वो अपने गांव नेलगुर गया था, जहां नक्सलियों ने उसका अपहरण कर लिया। जिसके बाद 30 जून की रात को जंगल में ले जाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी युवक के शव को ओरछा के बटुमपारा चौक में फेंककर फरार हो गए थे।
मुठभेड़ में मारे गए थे 8 नक्सली
बता दें कि 14 जून को नारायणपुर, कांकेर, दंतेवाड़ा और कोंडागांव जिले में जवानों की संयुक्त टीम ने ऑपरेशन चलाकर नक्सलियों के ठिकानों पर दबिश दी थी। वहीं इस दौरान जवानों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई थी। वहीं, 15 जून को फिर एक बार पुलिस-नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। जिसके बाद पुलिस ने इलाके से 8 नक्सलियों के शव और हथियार बरामद किए थे। हालांकि इस ऑपरेशन में एसटीएफ का एक जवान भी शहीद हो गया था। इसी मुठभेड़ को लेकर ग्रामीण युवक पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर नक्सलियों ने बीती रात उसकी हत्या कर दी।