रायुपर। छत्तीसगढ़ की महतारी वंदन योजना इन दिनों पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है, जिसकी वजह एक्ट्रेस सनी लियोनी हैं। दरअसल, बीते दिनों छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के तालुर गांव से चौंकाने वाला मामला सामने आया था, जहां राज्य सरकार की महतारी वंदन योजना में सनी लियोनी के नाम पर हर महीने 1 हजार रुपए ट्रांसफर किए जा रहे थे। वहीं, अब इस पूरे मामले पर सनी लियोनी का रिएक्शन सामने आया है। (Mahtari Vandan Yojana controversy)
अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक स्टोरी पोस्ट करते हुए इस पूरे मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताकर इसकी निंदा की है। एक्सट्रेस ने अपनी इंस्टा स्टोरी में लिखा – ”छत्तीसगढ़ में धोखाधड़ी की घटना के बारे में जानना दुर्भाग्यपूर्ण है, जहां मेरी पहचान/नाम का गलत इस्तेमाल किया गया है। महिलाओं को सशक्त बनाने और लाभ पहुंचाने के लिए बनाई गई योजना का इस तरह से दुरुपयोग और गलत तरीके से प्रस्तुत किया जाना दुखद है। मैं इस कृत्य की कड़ी निंदा करती हूं और इस मामले की पूरी तरह से जांच करने और समाधान करने के अधिकारियों के प्रयासों में उनका पूरा समर्थन करती हूं।” (Mahtari Vandan Yojana controversy)
Chhattisgarh News : पुलिस की गिरफ्तर में सनी लियोनी! कई महीनों से ले रहा था ‘महतारी वंदन योजना’ का लाभ
क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, एक एक्स यूजर ने स्क्रीनशॉट शेयर कर इस गड़बड़ी को उजागर किया था। बस्तर के तालुर गांव के इस मामले में महतारी वंदन योजना के लिए सनी लियोनी के नाम से आवेदन किया गया था। इतना ही नहीं पोर्न स्टार जॉनी सिंस का नाम उनके पति के रुप में आवेदन में डाला गया था। इस आवेदन को सुपरवाइजर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने सत्यापित कर आगे भी बढ़ा दिया। इसके बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता देवमती जोशी की आईडी से यह आवेदन रजिस्टर्ड किया गया।
रविवार को इस मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने एक्शन लेते हुए सनी लियोनी के नाम का इस्तेमाल करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी का नाम वीरेंद्र जोशी है जो कि बस्तर का रहने वाला है। बस्तर पुलिस ने उसे सोमवार को गिरफ्तार किया है। वो बॉलीवुड एक्ट्रेस सनी लियोनी के नाम से योजना का फायदा उठा रहा था। मामले में आरोपी वीरेंद्र जोशी ने यह बात भी कबूली कि उसके खाते में महतारी वंदन योजना की राशि आ रही थी। हालांकि उसने यह भी बताया कि उसने इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन नहीं किया था। बल्कि उसकी जगह किसी ओर ने उसके बैंक खाते और आधार कार्ड का उपयोग किया और उसे फंसाया।
वहीं इस मामले में सरकार की ओर से बड़ी कार्रवाई करते हुए संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वेदमति जोशी को बर्खास्त किया गया है। वहीं, पर्यवेक्षक प्रभा नेताम और परियोजना अधिकारी ज्योति मथरानी को निलंबित किया गया है। इसके साथ ही तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी को भी स्पष्टीकरण जारी किया गया है।