भोपाल। अब राजधानी भोपाल से न ही गौवंश के बदहाली की कोई तस्वीर सामने आएगी और न ही किसी गाय की भूख से मौत होगी। प्रदेश की मोहन यादव सरकार गौवंश के संरक्षण के लिए हाईटेक गौशाला बनाने जा रही है। 10 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रही इस गौशाला को सूखी सेवनिया इलाके में बनाया जाएगा। इसमें लगभग 5 हजार गायों को एक साथ रखने की व्यवस्था होगी। ( Hi-Tech Gaushala Bhopal)
भोपाल कलेक्टर के मुताबिक, डीपीआर बन गई है। बरखेड़ी औबेदुल्लागंज गांव में जमीन चिह्लित की जा चुकी है। शासन की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद काम शुरु हो जाएगा। (Hi-Tech Gaushala Bhopal)
अजमेर-जबलपुर दयोदय एक्सप्रेस में निकला सांप, देखकर यात्रियों के हलक में आई जान, डरकर दूसरे कोच में भागे
हाल ही में कलेक्टर की ओर सर्वे कराया गया था जिसमें पाया गया था कि राजधानी भोपाल की 200 जगहों पर करीब 6 हजार आवारा मवेशी बैठते हैं। मुख्य रूप से यह शहर के अयोध्या बायपास, कोलार रोड, रायसेन रोड, अशोका गार्डन, रातीबड़, नेहरू नगर, कोटरा, बैरागढ़ और हमीदिया रोड इलाकों की सड़कों पर नजर आते हैं। नगर निगम के पास अभी एक हजार गाय रखने की ही क्षमता है। वहीं निजी गोशाला संचालकों द्वारा नगर निगर से गोवंश लेना भी बंद हो गया है। ऐसे में सड़क से मवेशियों को हटाने और उनकी उचित व्यवस्था करने के उद्देश्य हाईटेक गौशाला बनाई जा रही है।
होंगी ये विशेषताएं
- हाईटेक गौशाला में गौवंश के प्रवेश से लेकर उनकी देखभाल और मेडिकल जांच रिपोर्ट की उपलब्धता ऑनलाइन होगी।
- गोवंश को किस स्थान से, कौन और कब लाया है, यह रिकॉर्ड भी ऑनलाइन उपलबंध रहेगा।
- अभी जिस तरह से शहर की गौशालाओं में गंदगी पसरी रहती है, वैसी हाईटेक गौशाला में नहीं होगी। यहां नियमित मशीनों के माध्यम से सफाई की जाएगी।
- गौशाला की सफाई के अलावा मवेशियों के आहार को भी मशीनों से ही तैयार किया जाएगा।
- वेटरनरी डॉक्टर व गायों की देखभाल के लिए अलग से स्टाफ की तैनाती होगी।
रिकॉर्ड रखने में होगी आसानी
वर्तमान में शहर में 6 गौशालाएं हैं, प्रत्येक में 70-100 गौवंश रखने की क्षमता है। मवेशी पकड़कर किस गौशाला में रखे गए हैं इसकी मॉनिटरिंग नहीं होती है। इस वजह से कई बार उनके मालिक को यहां से वहां भटकना पड़ता है। ऐसे में जब एक ही जगह सभी मवेशी रहेंगे तो उनका रिकॉर्ड रखना और उनकी देखभाल करना आसान हो जाएगा।