रायपुर। छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार किया है। लखमा बुधवार को तीसरा बार पूछताछ के लिए जांच एजेंसी के कार्यालय पहुंचे थे। इस दौरान ही उनकी गिरफ्तारी हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक उन्हें शाम तक कोर्ट में पेश किया जा सकता है। (Kawasi Lakhma arrested)
8 घंटे पूछताछ फिर गिरफ्तारी
इससे पहले लखमा से ईडी के अफसरों ने दो बार 8-8 घंटे पूछताछ की थी। दफ्तर में प्रवेश करने से पहले लखमा ने मीडिया से् कहा था कि आज पूछताछ के लिए बुलाया गया था। जिसके चलते आया हूं। देश कानून के हिसाब से चलता है, यदि कानून के हिसाब से बुलाएंगे, तो मैं 25 बार आऊंगा। पूर्व मंत्री ने कहा कि ED के अधिकारी जो सवाल करेंगे उसका जवाब दूंगा।
बता दें कि पूर्व की भूपेश सरकार के समय हुए शराब घोटाला मामले में 28 दिसंबर को ED ने पूर्व मंत्री लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के ठिकानों पर रेड मारी थी। इस कार्रवाई में ED को नगद लेनदेन के सबूत मिलने की जानकारी दी गई थी। इसके बाद दोनों को 3 जनवरी को पूछताछ के बाद छोड़ा गया था।
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क्या है शराब घोटाला?
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले की जांच कर रही ED ने ACB (एंटी करप्शन ब्यूरो) में FIR दर्ज कराई है, जिसमें दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ईडी ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के समय IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के अवैध सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था।
एसीबी के मुताबिक साल 2019 से लेकर 2022 तक शराब की सरकारी दुकानों से अवैध शराब को डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेची जा रही थी। जिससे शासन को करोड़ों का नुकसान हुआ था।