धार। तेज गर्मी के बीच उत्तर-मध्य भारत के कई हिस्सों में आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। राजधानी दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक बीते दस दिन में आग लगने के कई मामले सुनने को मिले हैं, जिनमें आर्थिक के साथ जनहानि भी हुई है। ज्यादातक केसेस में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के ज्यादा इस्तेमाल से उसके गर्म होने की वजह से लगी है।
ताजा मामला धार के पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया का है। जहां की एक पाइप फैक्ट्री में मंगलवार की सुबह करीब 6 बजे आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि इसका धुआं 10 किलोमीटर दूर से भी दिखाई दे रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई हैं। दमकलों द्वारा आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक इंडस्ट्रियल एरिया के सेक्टर-3 में स्थित इस फैक्ट्री में प्लास्टिक के पाइप बनाने का काम किया जाता है। फैक्ट्री में बड़ी संख्या में पाइप रखे हुए थे जिस वजह से से आग ने विकराल रूप ले लिया।
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मौके पर पहुंची एसटीआरएफ की टीम
जब धार, इंदौर और आसपास के शहरों की दमकलें आग पर काबू पाने में असफल रहीं तो प्रशासन ने इसके लिए फोम और रेत का उपयोग किया। 3 डंपिंग ट्रक रेत बुलाई गई है जिनका उपयोग करके तेजी से आगे बढ़ रही आग को रोकने का प्रयास किया जा रहा है।
इस बीच एसटीआरएफ की 18 सदस्यीय टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है। एसटीआरएफ के अधिकारी ने बताया कि उनकी टीम आग बुझाने का प्रयास कर रही है। फैक्ट्री में प्लास्टिक व अन्य सामान होने की वजह से आग बढ़ती जा रही है।
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हादसे के वक्त फैक्ट्री में कोई नही था मौजूद
गनीमत है कि हादसा उस वक्त हुआ जब फैक्ट्री में कोई मौजूद नहीं था क्योंकि वर्करों की पहली शिफ्ट 8 बजे से शुरू होती है और आग सुबह करीब 6 बजे लगी थी।