![CM Mohan Yadav](https://bstvmpcg.com/wp-content/uploads/2025/01/Screenshot-2025-01-04-131821.jpg)
![CM Mohan Yadav](https://bstvmpcg.com/wp-content/uploads/2025/01/Screenshot-2025-01-04-131821.jpg)
इंदौर। यूनियन कार्बाइड के कचरे के निष्पादन के बीच धार के पीथमपुर में मचे बवाल के बीच प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मुख्य सचिव (सीएस) अनुराग जैन ने सरकार के फैसले के बारे में बताया कि मोहन सरकार ने यूनियन कार्बाइड के कचरे को फिलहाल न जलाने का फैसला लिया है। आगे की कार्रवाई जनता को विश्वास में लेने के बाद शुरू होगी। (CM Mohan Yadav)
उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार इस मामले में हाईकोर्ट से समय देने की मांग करेगी। कोर्ट को मौजूदा परिस्थितियों के बारे में जानकारी देंगे। सीएस ने स्पष्ट किया है कि स्थानीय लोगों को भरोसे में लेकर ही सरकार अब इस मामले में आगे बढ़ेगी। मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा- कोर्ट से कितना वक्त मिलेगा, कह नहीं सकते। कचरे की शिफ्टिंग से लेकर आगे की पूरी प्रोसेस में सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय की गई गाइड लाइन को अक्षरश: पालन किया जा रहा है।’ (CM Mohan Yadav)
‘अभी नहीं जलेगा कचरा..’, पीथमपुर में बवाल के बाद सीएम मोहन यादव ने लिया फैसला, बोले – ‘जनभावनाओं को कोर्ट के समक्ष रखेंगे’
निष्पादन की प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित
अनुराग जैन ने बताया कि कचरे के निष्पादन को लेकर जो भ्रम फैला है, पहले उसे दूर करना आवश्यक है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा निष्पादन की प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित है। वैज्ञानिक परीक्षण में भी ये स्पष्ट हो चुका है कचरा जलाने से कोई नुकसान नहीं होगा। सीएम ने कहा कि पीथमपुर में जनता के विरोध के बाद सरकार ने फैसला किया है कि पहले वो जनता के बीच फैले भ्रम को दूर कर उन्हें जागरूक करेगी। इसके बाद आगे कोई निर्णय लेगी।
उन्होंने कहा, “अभी तुरंत कचरा जलाने का निर्णय भी नहीं किया गया है। उसे केवल डंप किया गया है। योग्य प्रकार से विज्ञानियों और कोर्ट के मार्गदर्शन में ही हम आगे बढ़ रहे हैं। कोई दल अज्ञानता के आधार पर झूठी बात फैलाता है, तो ऐसी बातों से बचने चाहिए। कई कमेटियां बनी हैं। अनुसंधान संस्थानों ने रिपोर्ट दी है। सुप्रीम कोर्ट ने सभी रिपोर्ट का परीक्षण भी किया है। जहरीले कचरे को लेकर सरकार का दावा है कि कुल 347 टन जहरीले कचरे में से 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने 10 टन कचरे का ट्रायल रन पीथमपुर में रामकी के प्लांट में कराने के निर्देश दिए थे। 2015 में ट्रायल रन हुआ। सरकार का दावा है कि ट्रायल रन सफल रहा और इससे किसी भी तरह का नुकसान पर्यावरण और भूजल को नहीं हुआ।”
सीएम की जनता से अपील
पीथमपुर में मचे बवाल को लेकर सीएम मोहन यादव ने कहा कि हमारी सरकार ने पीथमपुर घटना के बारे में संज्ञान लिया है। हमारी सरकार जनकल्याणकारी, जनहितैषी और जनभावनाओं का आदर करती है। हाईकोर्ट के आदेश के पालन में यूनियन कार्बाइड के कचरे का परिवहन पीथमपुर में किया गया है।
सीएम ने आगे कहा कि जनभावनाओं का आदर करते हुए हाईकोर्ट के समक्ष सभी परिस्थितियों एवं व्यवहारिक कठनाईयों से अवगत कराया जाएगा। मेरी जनता से अपील है कि किसी भी अफवाह या भ्रम की खबरों पर विश्वास न करें। सरकार आपके साथ है।