भोपाल। मध्य प्रदेश में विकास होने के साथ-साथ ट्रैफिक की समस्या भी बढ़ती (Cm held review meeting) जा रही है। अब इसको निपटाने के लिए तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के बड़े नगरों के लिए नए ट्रैफिक प्लान की जरूरत है। इसलिए राज्य सरकार महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है।

इंदौर एयरपोर्ट से महाकाल मंदिर तक चलेगी वंदे मेट्रो

सीएम मोहन यादव ने बताया कि इंदौर-उज्जैन के मध्य मेट्रो चलाने से संबंधित फिजिबिलिटी सर्वे की रिपोर्ट (Cm held review meeting) मिली है। इसके चलते आने वाले समय में इंदौर एयरपोर्ट से महाकाल मंदिर तक वंदे मेट्रो की सुविधा प्रदेशवासियों, पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक अहम सौगात होगी। मेट्रो की वजह से कई सिटी बेहतर ढंग से एक दूसरे से जुड़ सकेंगे।

भोपाल मेट्रो का काम तीन चरणों में होगा पूरा

प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भोपाल मेट्रो को लेकर कहा कि भोपाल में एम्स से करोंद चौराहे तक कुल 16.74 किलोमीटर की लंबाई वाली मेट्रो की लाइन तैयार करने का कार्य तीन चरणों में पूरा होगा। प्रथम चरण सात किलोमीटर का है, जिसमें 8 स्टेशन (एलिवेटेड) शामिल हैं। जबकि इंदौर में कुल 31.32 किलोमीटर में कार्य हो रहा है। इंदौर में कुल 28 स्टेशन बनेंगे।

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समत्व भवन में मुख्यमंत्री ने की बैठक

बता दें कि, शनिवार को मुख्यमंत्री निवास कार्यालय स्थित समत्व भवन में बैठक हुई। बैठक में भोपाल और इंदौर के मेट्रो प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा हुई। इसके बाद सीएम ने कहा कि सुगम यातायात के लिए प्रदेश के बड़े नगरों जैसे भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में मेट्रो के साथ वंदे मेट्रो, रोप-वे, इलेक्ट्रिक-बस और केबल-कार जैसे साधनों का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी आवश्यकताओं की दृष्टि से स्थानीय जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लेकर आवश्यक प्रबंध किए जाएंगे। यातायात के विकल्पों के उपयोग के अंतर्गत उज्जैन से ओंकारेश्वर रूट, भोपाल से इंदौर, जबलपुर से ग्वालियर के लिए भी विचार कर जरूरी निर्णय लिए जाएंगे।