भोपाल। मध्यप्रदेश के जिला अस्पतालों में अब किफायती दरों पर दवाएं मिलेंगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रों का उद्घाटन किया। इनका संचालन रेडक्रॉस के जरिए किया जाएगा। भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम में ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ और 51 हजार प्रधानमंत्री आवासों का गृह प्रवेश भी किया गया। (Prime Minister’s Indian Jan Aushadhi Center)
कार्यक्रम में भोपाल को स्वच्छता सर्वेक्षण में 5 स्टार रेटिंग मिलने पर नगर निगम के 8,117 सफाई मित्रों को 5-5 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। राज्यपाल मंगू भाई पटेल और सीएम ने सिंगल क्लिक से यह राशि सफाई मित्रों के खातों में ट्रांसफर की। (Prime Minister’s Indian Jan Aushadhi Center)
कुशाभाऊ ठाकरे सभागार, भोपाल से ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ एवं जिला चिकित्सालयों में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रों के संचालन का शुभारंभ https://t.co/QFgJzZbCKm
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 17, 2024
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सीएम का बड़ा ऐलान
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि कचरा मुक्त शहर स्टार प्रमाणीकरण के आधार पर सफाई मित्रों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। जो निकाय जितने स्टार प्राप्त करेगा, उसमें कार्यरत सफाईकर्मियों को उतने हजार रुपए की राशि दी जाएगी। यानी एक स्टार हासिल करने वाले निकाय को एक-एक हजार, दो, तीन स्टार से लेकर 5 स्टार और 7 स्टार तक प्राप्त कर सकते हैं। 7 स्तर वालों को 7 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में दिए जाएंगे।
2008 में हुई थी शुरूआत
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र परियोजना का शुभारंभ वर्ष 2008 में सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किया गया था। वर्ष 2015 के बाद से इस योजना में और गति आयी। इसका उद्देश्य पूरे देश में सस्ती दवाइयों की पहुंच को व्यापक बनाना था। वर्तमान में इस परियोजना में देश में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र खोले जा रहे हैं, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोग सस्ती जेनेरिक दवाओं का लाभ उठा सकें।
वर्तमान में मध्य प्रदेश में 500 से अधिक जन औषधि केंद्र कार्यरत हैं, जो प्रदेश के विभिन्न जिलों में संचालित हैं। ये केंद्र शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में स्थापित किए गए हैं, जिससे सभी नागरिकों को सस्ती दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। इन केंद्रों के माध्यम से प्रतिदिन हजारों लोग सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाइयां खरीद रहे हैं।