भोपाल। प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस ने संगठन में बदलाव करने की बात कही थी, जिसकी शुरुआत पूर्व सीएम कमलनाथ के प्रभाव वाले छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिले से होती नजर आ रही है। दोनों ही जिलों में कांग्रेस की कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है. लेकिन इस पर अब सियासत शुरू होती दिख रही है।(Chhindwara Congress)
प्रेस नोट में पटवारी का नहीं ज़िक्र
दरअसल, दोनों जिलों की कांग्रेस कार्यकारिणी भंग करने का जो प्रेस नोट जारी किया गया है, उसमें कमलनाथ और नकुलनाथ के चर्चा के बाद कार्यकारिणी भंग करने की बात कही गई है, जबकि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी का इस पत्र में कोई जिक्र नहीं है।(Chhindwara Congress)
जिला अध्यक्ष रहेंगे, कार्यकारिणी भंग
प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी राजीव सिंह का कहना है कि छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिले की कांग्रेस कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है। हालांकि चारों मोर्चा संगठन के जिला अध्यक्ष यथावत रहेंगे, लेकिन कार्यकारिणी भंग हुई है। क्योंकि पांढुर्णा छिंदवाड़ा से अलग होकर नया जिला बना है। इसलिए दोनों जिला अध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि नई टीम बनाई जाए।(Chhindwara Congress)
राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने साधा निशाना
वहीं छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिले की कांग्रेस कार्यकारिणी भंग करने के मामले पर मोहन सरकार में राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने निशाना साधते हुए कांग्रेस को डूबता जहाज बताया। उन्होंने कहा ‘ये डूबता जहाज है और गुट और गिरोह की कांग्रेस चल रही है और ये दुर्भाग्यपूर्ण दिन चल रहे हैं।(Chhindwara Congress)
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दरअसल, लोकसभा चुनाव में 29 सीटों पर मिली हार के बाद से ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस कार्यकारिणी में बदलाव की चर्चा चल रही है। क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से अब तक पीसीसी चीफ जीतू पटवारी अपनी टीम नहीं बना पाए हैं। फिलहाल कमलनाथ के अध्यक्ष रहते हुए जो टीम थी वहीं अभी भी काम कर रही है। पिछले दिनों दिल्ली में जीतू पटवारी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन से भी मुलाकात की थी, इसके बाद से ही यह माना जा रहा है कि जल्द ही जीतू अपनी नई टीम बना सकते हैं।