भोपाल। सोमवार (02 सितंबर) से बीजेपी का सदस्यता अभियान (BJP membership campaign) शुरू हो रहा है। इस अभियान में राज्य के प्रायवेट टीचर्स को बीजेपी की सदस्यता दिलाई जाएगी। पार्टी ने शिक्षक प्रकोष्ठ को निर्देश दिया है कि वो उन टीचर्स को पार्टी जॉइन कराएं जिन्होंने शिक्षा का क्षेत्र में अच्छा काम किया है।
भोपाल स्थित बीजेपी के कार्यालय (BJP membership campaign) में आज जिले के संयुक्त मोर्चों की बैठक हुई। जिसके बाद मीडिया से चर्चा करते हुए प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, ‘शिक्षक दिवस पर हमारी एक ही रणनीति है। कि शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले शिक्षक जो निजी संस्थाओं में काम करते हैं जो स्वेच्छा से भाजपा से जुड़ना चाहते हैं। ऐसे लोगों को जोड़ने का काम शिक्षक प्रकोष्ठ बडे़ पैमाने पर करेगा।’
छत्तीसगढ़ में 3 सितंबर से शुरू होगा BJP का सदस्यता अभियान, 50 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य
पूरा करेंगे डेढ़ करोड़ की सदस्यता का लक्ष्य
वीडी शर्मा ने आगे कहा, ‘भाजपा का सदस्यता अभियान संगठन का पर्व है। हमारी कार्यशालाएं तेज गति से संपन्न हुईं हैं। कल बूथ की कार्यशालाएं हुईं हैं और आज भी संपन्न हो रहीं हैं। सदस्यता के लिए हमारे सभी कार्यकर्ताओं ने प्लानिंग की है। भोपाल में मोर्चों की कार्यशालाएं हुई हैं। भाजपा का कैड़र अब एक्टिवेट करने का काम सभी बूथों पर कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री मोहन जी की योजनाएं के हितग्राही हमारी बड़ी ताकत हर बूथ पर हैं। इन सबको एक्टिवेट करते हुए हमारा डेढ़ करोड सदस्यता का टारगेट है। मुझे विश्वास है कि हम इस डेढ़ करोड टारगेट से ऊपर जाएंगे। मप्र सदस्यता अभियान में देश में इतिहास बनाएगा।’
कांग्रेस पर किया पलटवार
बीजेपी के सदस्यता अभियान कांग्रेस की ओर से लगाए जा रहे आरोपों पर वीडी शर्मा ने कहा, ‘आज हम जब बात करते तो देश में नरेन्द्र मोदी की गुड गवर्नेंस की ही बात करते हैं। मैं कांग्रेसियों से कहना चाहता हूं कि आपके प्रधानमंत्री ने पहली ही सरकार में देश का बंटवारा कर दिया था। धारा 370 लगाकर देश की एकता अखंडता पर आक्रमण किसने किया था। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने उद्योग मंत्री के पद से इस्तीफा देकर कानून तोड़ा था और कहा था एक देश में दो विधान, दो निशान दो प्रधान नहीं चलेंगे। और जनसंघ बनाया था उनका बलिदान जम्मू कश्मीर में धारा 370 के लिए हुआ था। 1980 में वो जनसंघ से भाजपा बनी थी। जिसके लिए भाजपा ने, डॉ मुखर्जी ने बलिदान दिया उसे हम याद ना करें? वो कलंक मिट गया तो क्यों याद नहीं करें?’