भोपाल: शहर में रावण दहन के अवसर पर शनिवार रात विजय भूमि छोला मैदान में लोगों की भारी भीड़ थी। वहां मौजूद एक युवक को अचानक पसीना आने लगा और वह बेसुध होकर गिर पड़ा। उसके पास ही मौजूद ACP (अजाक) अजय तिवारी ने समतल जमीन पर युवक को लिटाकर सीपीआर देना शुरू कर दिया।(Bhopal Dussehra)
एसीपी की मेहनत लाई रंंग
जिसके बाद उनकी मेहनत रंग लाई और 10 मिनट में युवक की चेतना वापस आ गई। उसके बाद उसे उपचार के लिए पास के निजी अस्पताल पहुंचा दिया गया। एसीपी तिवारी के मुताबिक लगभग 35-40 वर्ष का युवक उनसे कुछ दूरी पर खड़ा था। उन्होंने देखा कि पसीन छलकने के साथ युवक के हाव-भाव बदलने लगे।(Bhopal Dussehra)
सीपीआर देकर बचाई युवक की जान
अचानक युवक लड़खड़ाकर वहीं गिर पड़ा। ट्रेनिंग लेने के कारण वह समझ गए कि युवक को हार्ट अटैक हुआ है। उन्होंने उसे सीपीआर देना शुरू किया। लगभग 10 मिनट के प्रयास से युवक की हालत में सुधार होने लगा। उसने आंखें खोल ली। युवक के साथ उसके स्वजन भी थे।(Bhopal Dussehra)
पुलिस अधिकारियों को दिया जाता है प्रशिक्षण
युवक के मौत के मुंह से वापस आने के कारण कृतज्ञता जताने के लिए उन्हें शब्द ही नहीं सूझ रहे थे। वह युवक को उपचार के लिए पास के अस्पताल ले गए। एसीपी ने बताया कि सभी पुलिस अधिकारियों को समय-समय पर प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण दिया जाता है।(Bhopal Dussehra)
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इसमें विशेष रूप से सीपीआर के बारे में बताया जाता है। युवक को सीपीआर देने में अगर तीन-चार मिनट की देरी भी हो जाती तो, अनहोनी भी हो सकती थी।