जगदलपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बस्तर दौरे से पहले अबूझमाड़ इलाके में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। जवानों ने 7 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। उनके शव भी बरामद कर लिए हैं। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि अभी भी दोनों ओर से गोलाबारी हो रही है। (Naxal-security forces encounter)

एक हजार जवानों से घिरे नक्सली

आईजी ने बताया कि चार जिले – नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर और कोंडागांव के एक हजार से ज्यादा जवानों ने नक्सलियों को घेर कर रखा है। इनमें DRG, STF और CRPF की टीमें शामिल हैं। बता दें कि 15 दिसंबर को शाह बस्तर आ रहे हैं, उनके दौरे से पहले सुरक्षाबल एक्टिव हो गए हैं। (Naxal-security forces encounter)

पुलिस को अबूझमाड़ के इलाके में नक्सलियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद करीब 1 हजार से ज्यादा जवानों को ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया था। इस दौरान गुरुवार तड़के 3 बजे नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवानों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई। आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि जवानों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है जिसके बाद इसके बारे में जानकारी दी जाएगी। बता दें कि, 1 जनवरी से अब तक 215 नक्सली मारे गए हैं, जिनमें 36 महिलाएं हैं।

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बौखलाए नक्सली ले रहे बेगुनाहों की जान

भाजपा की डबल इंजन सरकार के एंटी नक्सल ऑपरेशन से बौखलाए नक्सली एक के बाद एक कायराना करतूतों को अंजाम दे रहे हैं। छत्‍तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में 5 लोगों की हत्या कर दी। इनमें से 3 सत्ताधारी दल बीजेपी से जुड़े हुए थे।

मंगलवार देर रात नक्सली बीजेपी नेता को उसके घर से उठाकर जंगल लेकर गए, जहां उन्होंने उसका गला घोंट कर उसे मार डाला। नक्सलियों ने उस पर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाया है। मामला बीजापुर जिले के कुटरु थाना के अंतर्गत आने वाले सोमनपल्ली गांव का है। जहां के रहने वाले मांडो राम कुड़ियाम भाजपा से जुड़े थे। मंगलवार की रात सादे कपड़े में नक्सली उनके घर पहुंच गए। परिवार वालों के सामने उन्हें उठाकर पास में ही जंगल की तरफ लेकर गए। जहां उन्होंने मांडोराम पर पुलिस की मुखबिरी का आरोप लगाकर गला घोंटकर मार दिया।

बीजेपी नेता की हत्या के बाद उनके शव को नक्सिलों ने गांव के पास लाकर फेंक दिया। उनके शव पर नक्सलियों ने एक पर्चा भी फेंका। जिसमें हत्या की जिम्मेदारी नेशनल पार्क एरिया कमेटी ने ली थी। पर्चा में लिखा था कि यह पुलिस के लिए काम कर रहा था, इस कई बार समझाया लेकिन यह माना नहीं, इसलिए मौत की सजा दी गई।