भोपाल। मध्यप्रदेश में स्वतंत्रता दिवस (independence day 2024) के अवसर पर मध्यप्रदेश की जेलों में बंद कैदी आजाद होंगे। ये वे कैदी होंगे जो कि आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। इन कैदियों में 5 महिला कैदी भी शामिल हैं। आजादी की 77 वीं वर्षगांठ पर राज्य की 12 जेलों में बंद कुल 177 कैदियों को रिहा करने का निर्णय किया गया है। इन बंदियों को अच्छा आचरण होने के चलते मध्यप्रदेश शासन, जेल विभाग की रिहाई नीति-2022 के अंतर्गत सजा में छूट प्रदान गई है।

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जेल विभाग (independence day 2024) ने बताया कि इन बंदियों को जेल में सजा काटने के दौरान टेलरिंग, कारपेन्ट्री, लौहारी, भवन मिस्त्री, भवन सामग्री निर्माण आदि का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, ताकि रिहा होने के पश्चात ये जीवकोपार्जन के साधन अर्जित कर सकें। गौरतलब है कि सरकार हर साल 15 अगस्त को कुछेक कैदियों को उनके अच्छे आचरण और अन्य मापदंडों के आधार पर रिहा करती है।

ग्वालियर और जबलपुर से 36 कैदी रिहा

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ग्वालियर की सेंट्रल जेल में बंद 16 कैदी रिहा हुए हैं। इन्हें इनके अच्छे आचरण के चलते जेल से रिहा किया गया है। वहीं जबलपुर की सेंट्रल जेल से 20 कैदियों को आजाद किया गया है।

जेल विभाग के मुताबिक इन कैदियों को जेल में सजा काटने के दौरान टेलरिंग, कारपेन्ट्री, लौहारी, भवन मिस्त्री, भवन सामग्री को बनाने आदि ट्रेनिंग दी गई है। जिससे यह रिहा होने बाद रिहा होने के पश्चात ये जीवकोपार्जन कर सकें। बता दें कि सरकार हर साल 15 अगस्त को कुछ चुनिंदा कैदियों को उनके अच्छे आचरण और अन्य मापदंडों के आधार पर जेल से रिहा करती हैं।

इस साल ग्वालियर जेल से 16 और जबलपुर जेल से 20 कैदियों के रिहा होने के अलावा आज सतना जेल से 24, उज्जैन जेल से 19, सागर से 19, इंदौर से 19, भोपाल से 16, नरसिंहपुर से 15, रीवा जेल से 15, बड़वानी से 14, नर्मदापुरम से 6 और टीकमगढ़ से 4 बंदी रिहा होंगे।