सतना, सजल रजक। गरीब और गरीब की गरीबी भले ही किसी के कोई काम न आए। लेकिन उसकी मौत शायद किसी के लिए बहुत कीमती हो सकती है ऐसी ही शक की एक उधेड़ बुन कहानी बयां करती एक दास्तां पेश आई है सतना से जहां एक मजदूर की रहस्यमयी मौत ने हर एक को चौंका दिया

क्या है ये दास्तां

ट्रॉली में रखी एक मजदूर की लाश और उसके इर्द-गिर्द लोगों की भीड़ तमाशबीन भी सोच रहे होंगे कि आखिर हंगामा क्यों बरपा लेकिन ये तस्वीरें साफ बयां कर रही है कि ये जद्दोजहद यूं ही नहीं बल्कि किसी की मौत के इंसाफ के लिए है ।

ऐसी दर्दनाक मौत जिसने हर एक के जहन में सवाल खड़े कर दिए कि आखिर एक मजदूर से किसी की क्या दुश्मनी, क्या बैर जिसने उसकी मौत को आसान कर दिया ।

लोगों की भीड़ के बीच मौजूद लाश है, सतना के पिंडरा गांव में बसर कर रहे रामचंद्र बुनकर की रामचंद्र पंडित अगरबत्ती कारखाने में मजदूरी करता था, जिसकी किसी से कोई खास दुश्मनी नहीं थी। लेकिन कम उम्र में अचानक हुई उसकी मौत ने हर एक को सकते में डाल दिया।

अगरबत्ती फैक्ट्री के मालिक ने कुछ दिन पहले ही रामचंद्र को किसी काम से प्रयागराज भेजा था, लेकिन वहां से वो खुद नहीं लौट बल्कि लौटी तो सिर्फ उसकी लाश और उसकी मौत की वजह बताई गई हार्ट अटैक। जिसके बाद फैक्ट्री मालिक चंद मजदूरों के साथ रामचंद्र की लाश को घर पहुंचा कर रफू-चक्कर हो गया।

जिसकी वजह से वो शक के दायरे में घिर गया, उसके अचानक भागने और फिर रामचंद्र के घरवालों का फोन नहीं उठाने के बाद गांववालों ने शक जाहिर किया और थाने का घेराव कर रामचंद्र बुनकर की मौत को संदिग्ध बताते हुए पोस्टमार्टम और न्यायिक जांच की मांग की जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया शव को परिजनों के सुपुर्द किया गया और मामले की जांच के आदेश दिए गए।

मजदूर की हुई संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं हालांकि उसके गांव वालों ने उसकी मौत की जांच की मांग की। बहरहाल लोगों के हंगामें के बाद पुलिस अब मामले की जांच में जुट गई है।

अब देखना ये होगा कि पुलिसिया तहकीकात में क्या कुछ खुलासे हो पाते हैं  और पुलिस इस गरीब की मौत के जिम्मेदार लोगों की गिरेबां तक कब तक पहुंचकर उनसे कह पाती है यू आर अंडर अरेस्ट।