रीवा। रीवा एयरपोर्ट को मिला DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने लायसेंस दे दिया है। अब यहां से यात्री उड़ानों के साथ ही मालवाहक उड़ानें भी शुरू होंगी, (Rewa Airport) जिससे ट्रांसपोर्टेशन को गति मिलेगी। भोपाल, जबलपुर, खजराहो, इंदौर और ग्वालियर के बाद रीवा प्रदेश का 6वां ऐसा एयरपोर्ट बन गया है जिसे DGCA ने लाइसेंस दिया है।

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सीएम मोहन यादव ने दी बधाई

रीवा एयरपोर्ट को DGCA लायसेंस मिलने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बधाई दी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के विंध्य क्षेत्र में स्थित रीवा एयरपोर्ट को डीजीसीए का लाइसेंस प्राप्त हुआ है। इससे प्रदेश के आर्थिक विकास को गति मिलेगी और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी का विस्तार होगा।

सीएम सोशल मीडिया पर लिखा, “विकसित मध्यप्रदेश की ओर एक और कदम। मध्यप्रदेश के विंध्य क्षेत्र में स्थित रीवा एयरपोर्ट को डीजीसीए का लाइसेंस प्राप्त हुआ है, जिससे प्रदेश के आर्थिक विकास को गति मिलेगी और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी का विस्तार होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में ‘विकसित भारत-विकसित मध्यप्रदेश’ के ध्येय अंतर्गत रीवा एयरपोर्ट, विंध्य क्षेत्र के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा, जहां से यात्री उड़ानों के साथ ही मालवाहक उड़ानों के परिचालन शुरू करने का DGCA से आधिकारिक लाइसेंस मिल गया है। इस एयरपोर्ट के द्वारा रीवा के विभिन्न सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक स्थलों से कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जिससे क्षेत्र में व्यापार, रोजगार और पर्यटन के क्षेत्र में भी विस्तार होगा।”

बता दें कि रीवा एयरपोर्ट को 100 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। वर्तमान में इसका उपयोग सरकारी, वीआईपी और निजी उड़ानों के लिए किया जाता है। साल 2025 तक यहां से कमर्शियल उड़ानों के चालू होने की उम्मीद है।