भोपाल, प्रखर जैन। 1988 में टीवी पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक महाभारत में श्री कृष्ण की भूमिका निभाने वाले नीतीश भारद्वाज एक बार फिर सुर्खियों में आए हैं… इस बार नीतीश अपने जीवन में मची महाभारत को लेकर सुर्खियों बटोर रहे हैं… दरअसल नीतीश भारद्वाज ने अपनी पत्नी और मध्यप्रदेश कैडर की आईएएस अधिकारी स्मिता भारद्वाज के खिलाफ भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा के पास पहुंचे… नीतीश ने अपनी पत्नी पर दोनो नाबालिग बेटियों को बरगलाने और अपहरण जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं… साथ ही भोपाल कमिश्नर को दिए लिखित आवेदन में पत्नी स्मिता पर आईएएस लॉबी का गलत इस्तेमाल का आरोप भी लगाया है।
Bstv के साथ नीतीश भारद्वाज ने इस पूरे मामले को लेकर बात भी की और अपनी आपबीती भी सुनाई… नीतीश भारद्वाज ने इस बातचीत में अपनी पत्नी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए… उनका और उनकी पत्नी के बीच 2019 से तलाक का केस भी मुंबई की अदालत में चल रहा है… जिसके बाद से उनकी दोनो जुड़वा बेटियां उनकी पत्नी के साथ रह रहीं हैं।
आईएएस लॉबी का कर रहीं पूर्व पत्नी दुरुपयोग
नीतीश भारद्वाज ने अपनी पत्नी स्मिता भारद्वाज को अपने जीवन की इस महाभारत का दुर्योधन भी बताया… साथ ही पुलिस कमिश्नर को दिए गए आवेदन में पत्नी पर आईएएस लॉबी का गलत इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया है… नीतीश ने कहा, ‘मुख्यमंत्री मोहन यादव जी से भी मैं मिला था… मैंने उन्हें सारा मामला बताया है, उनके सामने सारे प्रमाण रख दिए… मैंने कहा कि मुझे लगता है कि वो सीनियर आईएएस हैं तो अपनी पोजिशन का गलत फायदा उठाएगी… पुलिस पर दबाव वो डाल सकती हैं… मुख्यमंत्री जी ने मुझे कहा कि जरूरत पड़ी तो मैं आपकी सहायता करूंगा…’
स्मिता ने किया बच्चियों का अपहरण
नीतीश ने पूर्व स्मिता के मानसिक संतुलन के खराब होने और बेटियों के अपहरण की भी आशंका जाहिर की है… उन्होंने कहा, ‘मुझे मेरी बेटियों की चिंता है क्योंकि पिछले 4 साल से मुझे उनसे दूर रखा गया है और आप बताएं मैं इसे अपहरण क्यों ना कहूं? इस महिला की आदत है झूठ बोलकर लोगों की सिंपथी हासिल करना और उसका फायदा उठाना… पिछले चार सालों में उन्होंने मुझे मेरी बच्चियों से दूर कर दिया है… उनका ये व्यवहार नॉर्मल व्यवहार नहीं है, ये ऑब्सेसिव बिहेवियर है… मुझे इनके व्यवहार को देखकर लगता है कि इनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है… फैमिली कोर्ट एक्ट के सेक्शन 12 के तहत मैंने मांग की है कि इनके मानसिक संतुलन की जांच होनी चाहिए…’
4 सालों से नहीं पता बेटियां कहां हैं
भोपाल कमिश्नर को लिखे पत्र में नीतीश ने बताया कि उन्हें अपनी बेटियों की स्कूलिंग को लेकर कोई आइडिया नहीं है… उन्होंने लिखा, ‘जब सितंबर 2021 में स्मिता भारद्वाज का इंदौर से भोपाल ट्रांसफर हुआ था, उन्होंने मेरे ई-मेल्स का 8 महीनों तक जवाब नहीं दिया था… मैंने बेटियों की स्कूलिंग को लेकर उन्हें मेल भेजे थे… उन्होंने मुझे बिना बताए बेटियों का एडमिशन 2022 में भोपाल के निजी स्कूल में कर दिया था… उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल पर दबाव बनाया कि वो मुझे बच्चियों के बारे में कोई जानकारी ना दें…’
‘इसके बाद उन्होंने जनवरी 2023 में बेटियों को भोपाल के निजी स्कूल से निकालकर ऊटी के बोर्डिंग स्कूल में दाखिल कर दिया… बच्चियों का दाखिला उस स्कूल में 15 जुलाई 2023 को हुआ था… स्मिता ने अपनी आईएएस की पोजिशन का गलत इस्तेमाल करते हुए बोर्डिंग स्कूल के हेडमास्टर पर दबाव बनाया कि वो मुझे मेरी बेटियों से जुड़ी कोई जानकारी ना दे… ये सब मुझे अंधेरे में रखते हुए किया गया। ‘
नीतीश भारद्वाज का कहना है कि उन्होंने 26 जनवरी 2024 को बोर्डिंग स्कूल के हेडमास्टर को मेल लिखा था… इसमें उन्होंने अपनी बेटियों के बारे में पूछा था… हेडमास्टर ने उन्हें बताया कि स्मिता ने बच्चियों को इस स्कूल से भी निकाल लिया है… स्मिता को उन्होंने 8 फरवरी और 9 फरवरी 2024 को मेल भेजे थे, जिनके जवाब उन्हें अभी तक नहीं मिले हैं।