भोपाल। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले का तीसरी बार विभाजन (Parasia district) हो सकता है। जुन्नारदेव के बाद अब जिले की एक और विधानसभा को तोड़कर नया जिला बनाया जा सकता है।

दरअसल, मंगलवार को कांग्रेस विधायक सोहन वाल्मिकी (Parasia district) ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से एक नए जिले की मांग को लेकर मुलाकात की। उन्होंने छिंदवाड़ा को तोड़कर एक और नया जिला बनाने का प्रस्ताव रखा।

बता दे किं हाल ही में जुन्नारदेव को छिंदवाड़ा से तोड़कर प्रदेश का 56वां जिला बनाने के लिए राजस्व विभाग ने छिंदवाड़ा जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है। विभाग ने कलेक्टर से इसे लेकर प्रतिवेदन मांगा था। हालांकि अभी यह प्रोसेस में है।

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कांग्रेस विधायक सीएम के सामने रखा प्रस्ताव

फिलहाल, सत्ताधारी बीजेपी सरकार में तीन नए जिले मैहर, मऊगंज और पांढुर्ना बनाए जा चुके हैं, जिससे प्रदेश में जिलों की संख्या बढ़कर 55 हो चुकी है।

लेकिन, छिंदवाड़ा को तोड़कर जुन्नारदेव को नया जिला बनाने की जानकारी सामने आने के बाद अब जिले की तहसील परासिया को भी जिला बनाने की मांग उठने लगी है। यह मांग छेड़ी है कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले परासिया विधायक सोहन वाल्मिकी ने।

नई सियासी बहस शुरू

मध्य प्रदेश में पूर्ववर्ती कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने प्रदेश में तीन नए जिले मैहर, चाचौड़ा और नागदा को जिला बनाने का फैसला लिया था। लेकिन, मैहर को छोड़कर शेष दोनों नाम ठंडे बस्ते में चले गए।

अब छिंदवाड़ा को विभाजित कर एक नया जिला परासिया बनाने की मांग उठाकर कांग्रेस ने प्रदेश में एक नई राजनीतिक बहस शुरू कर दी है।

इससे पहले जुन्नारदेव को जिला बनाने के लिए जब राजस्व विभाग ने कलेक्टर से प्रतिवेदन मांगा था तो परासिया के  भाजपा नेता और पूर्व विधायक ताराचंद बावरिया ने CM डॉक्टर मोहन यादव को एक पत्र लिखा था।

जिसमें उन्होंने बताया था कि साल 2013 से ही परासिया को जिला बनाने के लिए मांग की जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने आरएसएस का हवाला देते हुए कहा कि संघ की दृष्टि से भी परासिया जिला घोषित है। इसमें परासिया समेत जुन्नारदेव और अमरवाड़ा को शामिल किया गया है।