पन्ना, विजय तिवारी। रेत के अवैध खनन का खेल पूरे मप्र में चलता है और माफिया की गुंडागर्दी भी कोई नई बात नहीं है। लेकिन पन्ना में माफिया के सामने प्रशासन बेबस और लाचार दिखा। आपको बता दें कि पन्ना और छतरपुर जिले की सीमा से बहने वाली केन नदी में व्यापक तौर पर अवैध खनन किया जाता है। नदी का पानी रोककर, अवैध पुल बनाकर अनेक तरीको से प्रशासन को रौब दिखाकर अवैध खनन किया जाता है। अवैध खनन की सूचना मिलने पर आज तड़के क्षेत्र के एसडीएम कुशल सिंह गौतम अपने तहसीलदार, आरआई, पटवारी की लेकर दबिश देने पहुंचे, अजयगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बीरा पुल के पास एसडीएम ने अवैध खनन होते पाया।

जहां 6 एलएनटी मशीनों से पन्ना जिले की सीमा में रेत का खनन हो रहा था। 25 से 30 ट्रक डंफर भी खड़े थे। लेकिन जब माफियाओं ने अधिकारियों को आते देखा तो अपनी मशीनों को छतरपुर जिले की सीमा में ले जाना शुरू किया। सुबह तक 5 LNT मशीन और 25 ट्रक डंपर जप्त किए गए। विवाद की स्थिति देखते हुए सुरक्षा के लिए पुलिस बल भी मौके पर मौजूद था।

SDM के अनुसार कार्यवाही के बाद कागजी काम तहसीलदार और अन्य कर्मचारी कर रहे थे। पन्ना किसी मीटिंग के लिए SDM रवाना हो गए। कुछ देर बाद तहसीलदार का फोन SDM के पास आया कि लगभग 15 वाहनों में माफिया के लोग आए और बीस ट्रकों को ले गए। यह भी बताया गया कि चूंकि यह क्षेत्र हिनौता थाना क्षेत्र जिला छतरपुर में आता है इसलिए वहां जप्ती कारवाई होगी। लेकिन परिणामतः ये गाड़ियां भागने में सफल हो गईं।

बता दें की कार्यवाही में प्रशासनिक ताल मेल की बहुत कमी देखी है। जिला खनिज अधिकारी ने बताया कि जो गाड़िया भाग गई उनका हम कुछ नहीं कर सकते , जो वाहन जप्त है उन पर अवैध खनन के प्रकरण के तहत कारवाई की जाएगी। छतरपुर जिले में एक वैध रेत खदान संचालित हैं।

वही क्षेत्र के थाना प्रभारी का कहना है कि चार LNT पोकलेन मशीन, दो डंफर और एक ट्रक SDM द्वारा सुपुर्दगी में दिया है जिसे बीरा पुलिस चौकी में अभिरक्षा में रखा गया है। डंफर के भागने के मामले में टी आई ने कहा कि जैसा एसडीएम अपना प्रतिवेदन देंगे उसके तहत कार्यवाही की जाएगी।