जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर और नारायणपुर की सीमा से लगी महाराष्ट्र बॉर्डर पर सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। कांकेर एसपी आईके एलेसेला ने बताया कि दोनों तरफ से मुठभेड़ जारी है, जिसमें अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, कुछ घायल भी हैं। (Chhattisgarh News)

पुलिस को नारायण-कांकेर से लगे उत्तरी अबूझमाड़ में नक्सलियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद डीआरजी, एसटीएफ, बीएसएफ की संयुक्त टीम को रवाना किया गया था। जैसे ही सुरक्षाबल लोकेशन पर पहुंचे, उन पर नक्सलियों ने फायरिंग करना शुरू कर दी। सुबह 8 बजे से शुरू हुई मुठभेड़ अभी भी जारी है, करीब 5 घंटे से रुक-रुककर फायरिंग हो रही है। (Chhattisgarh News)

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नक्सली लीडर अभय भी मौजूद

मिली जानकारी के मुताबिक मुखबिरों के जरिए पुलिस को कांकेर और नारायणपुर जिले की सीमा से लगे महाराष्ट्र बॉर्डर पर नक्सली लीडर अभय समेत बड़ी संख्या में नक्सलियों के मौजूद होने की पुख्ता सूचना मिली थी। जिसके बाद फोर्स को रवाना किया था। शनिवार सुबह जब सुरक्षाबल जब अबूझमाड़ के जंगल में दोनों राज्यों (महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़) की पुलिस फोर्स वहां पहुंची तो नक्सलियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने भी नक्सलियों पर फायरिंग की। वहीं, नक्सली उस इलाके से भागकर महाराष्ट्र की तरफ न चले जाएं इसलिए कांकेर जिले से लगे गढ़चिरौली इलाके में सी-60 कमांडो की तैनाती की गई है।

बता दें कि इससे पहले अक्टूबर में दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले की सीमा पर 31 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था। यह छत्तीसगढ़ का अब तक का सबसे बड़ा एंटी नक्सल ऑपरेशन था। पुलिस की ओर से 31 नक्सलियों के शव बरामद होने की पुष्टि भी की गई थी। नक्सलियों के ओरछा थाना इलाके के नेंदुर और थुलथुली गांव के बीच जंगल में छिपे होने की सूचना पर सुरक्षाबलों की टीम वहां पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरु किया। इस दौरान नक्सलियों ने उन पर फायरिंग कर दी। जिसके बाद फोर्स ने भी जवाबी फायरिंग की। करीब 2 घंटे फायरिंग हुई्। फायरिंग रुकने के बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया। जवानों ने नक्सलियों के शव के साथ AK-47, एसएलआर जैसे आधुनिक हथियार बरामद किए हैं।