छतरपुर। मध्यप्रदेश के छतरपुर में हुए गोली कांड में नया मोड आ गया है। रेप पीड़िता और उसके परिवार के तीन लोगों को गोली मारने वाले आरोपी भोला अहिरवार ने सुसाइड कर लिया। आरोपी ने मंगलवार सुबह करीब सवा 9 बजे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पुलिस को अपनी लोकेशन बताई। सागर रेंज के आईजी के मुताबिक पुलिस आरोपी की बताई लोकेशन पर पहुंची थी और उसे पकड़ने की तैयारी कर रही थी। तभी आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग की। इसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। जिससे घबराकर उसने खुद की कनपटी पर गोली मार ली। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। (Chhatarpur firing case)
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पीड़िता समेत परिवार को मारी थी गोली
रविवार-सोमवार की दरमियानी रात आरोपी पीड़िता के गांव पहुंचा था। सोमवार की सुबह करीब 10:30 बजे वह अवैध हथियार लेकर पीड़िता के घर में घुसा और उसके परिजनों साथ मारपीट की। वो उन पर राजीनामे का दबाव बनाने लगा, तभी पीड़िता के दादा ने उसे रोकने की कोशिश की। इस पर आरोपी ने उनके सीने में गोली मार दी, उनकी मौके पर ही मौत हो गई। (Chhatarpur firing case)
इसके बाद आरोपी ने पीड़िता के पेट में गोली मारी और मौके से फरार हो गया। जैसे ही वो घर से बाहर निकला, उसे पीड़िता का चाचा मिल गया। आरोपी ने उस पर भी फायर किया और फरार हो गया। इसके बाद घायलों को परिजन ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने दादा को मृत घोषित कर दिया। पीड़िता का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि उसके चाचा की गंभीर हालत होने की वजह से उसको इंदौर रेफर किया है। इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी पर 20 हजार का इनाम घोषित किया था। वहीं आरोपी को पकड़ने के लिए एसआईटी का गठन किया था।
रास्ते में युवक से छीना बाइक
पीड़िता समेत उसके परिवार के दो सदस्यों को गोली मारकर आरोपी रास्ते में एक युवक की बाइक छीनकर वहां से फरार हो गया था। बाइक चलाने वाले शख्स का नाम गोविंद कुशवाहा है जो कि अतरार का रहने वाला है। अपनी बाइक के छीने जाने के बाद गोविंद ने सोमवार शाम को आरोपी के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। अपनी शिकायत में उसने पुलिस को बताया कि वह छतरपुर से अपने गांव जा रहा था। तभी उसे पीतांबरा मंदिर के पास भोला अहिरवार मिला। उसने रोककर मुझसे लिफ्ट मांगी। जब मैंने मना किया तो आरोपी ने कनपटी पर कट्टा अड़ा दिया। जान से मारने की धमकी दी। डर के कारण मैंने उसे अपनी बाइक दे दी।
खुदकुशी से पहले सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
सुसाइड करने से पहले आरोपी भोला अहिरवार ने फेसबुक पर पोस्ट किया। जिसमें उसने लिखा, ‘मैंने किसी का रेप नहीं किया है। यह पूरा गांव जानता है लेकिन मुझे फिर भी साजिश के अनुसार फसाया गया, सिर्फ पैसों के लिए। पैसे लेकर ही मेरे खिलाफ पॉस्को 376 जैसी धारा के अंतर्गत मुकादमा दर्ज कराया।’
पीड़िता की बहन ने भी लगाए आरोप
वहीं, पीड़िता की छोटी बहन ने भी पुलिस पर रिपोर्ट के नाम पर पैसे मांगने और राजीनामा का दबाव बनाने का आरोप लगाया। उसने कहा, 28 जुलाई को जब हम थाने में रिपोर्ट कराने गए थे, तब टीआई मैडम ने रिपोर्ट लिखने के बदले 10 हजार रुपए की मांग की थी। उन्होंने मुझे बुलाकर कहा कि हम मुफ्त में काम नहीं करेंगे। इसके बाद मैडम ने सिविल ड्रेस में एक पुलिसवाले को भेजा। उसे मैंने अपने हाथों से 5 हजार रुपए दिए थे। फिर पुलिस वाले घर पर भी पैसे मांगने के लिए आए थे। वे कह रहे थे कि 70 हजार रुपए दो और अपराधी का पता बताओ, नहीं तो रिपोर्ट वापस ले लो। हम राजीनामा करवा देंगे। यदि उसी समय पुलिस एक्शन ले लती तो ये घटना नहीं होती।