ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में डेंगू लगातार पैर पसार रहा है। शनिवार को इससे पहली मौत हो गई। मृतक का नाम विवेक यादव (35) है जो कि शहर के हरिशंकरपुरम का रहने वाला है। तीन पहले ही उसे डेंगू डिटेक्ट हुआ था। जिसके बाद से ही उसका एक निजी नर्सिंग होम में इलाज चल रहा था। (Gwalior dengue cases)

खेत में बैठे अजगर ने निगला जिंदा सियार, डरकर भागे किसान, देखें वीडियो

जानकारी के मुताबिक मृतक विवेक को सात दिन से बुखार आ रहा था। उन्होंने तीन पहले ही एक प्राइवेट क्लीनिक पर चेकअप कराया था। डॉक्टर के कहने पर उसने डेंगू का टेस्ट करवाया था। जिसकी रिपोर्ट में उसे डेंगू होने की पुष्टि हुई थी। विवेक की हालत दिन ब दिन खराब होने के बाद उसे परिजनों ने नर्सिंग होम में भर्ती कराया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। (Gwalior dengue cases)

अब तक सामने आए 527 केस

ग्वालियर में डेंगू से होने वाली यह पहली मौत है। इस सीजन में ग्वालियर में अब तक 8320 रोगियों की जांच में 527 को डेंगू डिटेक्ट हुआ है। शहर और उसके आसपास के इलाकों में ये कितनी तेजी से फैल रहा है, उसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते केवल दो दिनों में ही इसके 55 केस आ चुके हैं। केवल शनिवार में ही 294 मरीजों में से 27 को डेंगू होने की पुष्टि हुई है। लगातार बढ़ रहे डेंगू के मामलों से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है।

रोकथाम के प्रयास जारी

लगातार फैल रहे डेंगू की रोकथाम के लिए प्रशासन कोशिश कर रहा है। इसी क्रम में शनिवार को सर्वे टीम ने 3 हजार घरों में सर्वे किया। जिनमें 289 घरों में लार्वा मिला, जिसे नष्ट किया गया। वहीं, जनवरी से लेकर अभी तक करीब साढ़े चार लाख घरों में सर्वे किया गया है जिनमें से 12568 घरों में पाए गए लावा को नष्ट किया गया है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक मलेरिया कार्यालय की टीम की ओर से नियमित सर्वे कर डेंगू प्रभावित इलाके में जाकर सर्वे और दवा का छिड़काव किया जा रहा है। लोगों को डेंगू से बचाव के लिए समझाया भी जा रहा है। इसके साथ ही वह बुखार के केसों की जांच भी कर रहे हैं। लोगों को जागरूक करने के लिए नगर निगम के वाहनों के जरिए डेंगू से बचाव के उपाय बता रहे हैं।