मंडला, रामकुमार बघेल। भीषण गर्मी की तपन से जहां आम जन का जीवन अस्त व्यस्त हैं। बढ़ते तापमान को देखते हुए इस बार अनुमान लगाया जा रहा है कि तापमान 45 डिग्री के करीब पहुंच सकता है। इस तपन भरी गर्मी मे इंसान तो पानी से अपनी प्यास बुझा ही सकता है, लेकिन कान्हा के वन्य जीवों के लिए भी कान्हा प्रबंधन ने पेयजल के पुख्ता इंतजाम कर रखे हैं। गर्मी के सीजन में कान्हा पार्क के अंदर विभिन्न वन्यप्राणी, जीव विचरण करते हैं। इनके पेयजल के लिए विशेष व्यवस्था बनाई गई है।

फील्ड डायरेक्टर एसके सिंह ने बताया कि वन्य प्राणी प्रबंधन की दृष्टि से हर चार स्क्वयर किमी में एक जल स्त्रोतों वन क्षेत्र में होना चाहिए, जिसको देखते हुए कान्हा पार्क के वन क्षेत्र में करीब 700 जल स्त्रोत उपलब्ध है। कान्हा पार्क करीब 2200 स्क्वेयर किमी में फैला हुआ है। इस हिसाब से कान्हा में वन्य प्राणियों के लिए पर्याप्त जल स्त्रोत है। जहां जल स्त्रोत नहीं है, वहां कृत्रिम जल स्त्रोत निर्माण कराया गया है, जिसमें तालाब या सोसर बनाए गए हैं। वहीं गर्मी के सीजन में इन कृत्रिम जल स्त्रोतों में टेंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है। फिलहाल कान्हा प्रबंधन के पास पर्याप्त पानी के टेंकर उपलब्ध हैं। जिसके कारण इस वर्ष गर्मी के सीजन में वन्य प्राणियों को पानी की कमी नहीं होगी।

कान्हा पार्क में 700 से अधिक जल स्त्रोत
वन्य प्राणियों के लिए कान्हा प्रबंधन ने किए पेयजल इंतजाम
बढ़ते तापमान को देखते जल स्त्रोतों पर रखी जा रही नजर