भोपाल। मध्यप्रदेश के जूडो खिलाड़ी कपिल परमार (Kapil Parmar) ने पेरिस पैरालिंपिक में इतिहास रच दिया है। कपिल ने शुक्रवार को ब्रॉन्ज मेडल के लिए खेले गए मुकाबले में J-1 कैटेगरी के मुकाबले में जीत दर्ज कर मेडल अपने नाम किया। उन्होंने मैच में ब्राजील के एलिटन डी ओलिविएरा को 33 सेकेंड में ही 10-0 शिकस्त दे दी। इससे पहले कपिल 60 kg J1 कैटेगरी के सेमीफाइनल में हार गए। उन्हें ईरान के खोराम बनिताबा ने 10-0 से हराया। बाद में कपिल ने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में वापसी की।
कपिल (Kapil Parmar) के इस अचीवमेंट पर मध्यप्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने उनकी सराहना करते हुए उन्हें शुभकामनाएँ दी हैं।
MP के 7 शिक्षकों को मिला ‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार’, राष्ट्रपति मुर्मू ने किया सम्मानित
सीहोर के रहने वाले हैं कपिल
कपिल (Kapil Parmar) मुख्यत: सीहोर के निवासी हैं। वर्ष 2009-10 में करेंट लगने से उनकी आँखों की रोशनी चली गई थी। कपिल 80 प्रतिशत ब्लाइंड हैं। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में जूडो खेलना प्रारंभ किया। कपिल अब तक 17 अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्होंने अब तक 8 स्वर्ण पदक सहित कुल 13 अंतर्राष्ट्रीय पदक अर्जित किये हैं।
जीत पर मना जश्न
जैसे ही कपिल ने ब्राजील के खिलाड़ी को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता, उनके परिवार और गांव के लोगों ने उनके घर पर जमकर जश्न मनाया। इस दौरान जोरदार आतिशबाजी हुई, मिठाई बंटी और डोल पर उनके परिजन और यार-दोस्त जमकर थिरके। उनके परिवार वालों समेत गांव के लोगों को भी उम्मीद थी कि कपिल पैरालिंपिक से मेडल जीतकर लाएंगे। उन्होंने इसके लिए जी-तोड़ मेहनत की थी।
मप्र खेल अकादमी में लिया प्रशिक्षण
ओलिंपिक पदक विजेता कपिल परमार ने राजधानी भोपाल में स्थित मध्यप्रदेश खेल विभाग के टीटी नगर स्टेडियम में जूडो की ट्रेनिंग ली थी। अकादमी में उन्हें कोच गीतिका पंत, गोविंद रजत व एन जयप्रकाश ने ट्रेनिंग दी थी। उनकी सफलता पर सभी कोचों ने उन्हें बधाई दी है।