उज्जैन। भगवान शिव के प्रिय माह सावन में उज्जैन (Mahakaleshwar Temple Ujjain) के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों का तांता लग रहा है। रोजाना लाखों लोग बाबा महाकाल के दर्शन के लिए आ रहे हैं। इस बीच मंदिर में 12 से ज्यादा श्रृद्धालुओं के कपड़े उतरवाने की घटना सामने आई है।
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दरअसल, इन सभी श्रद्धालुओं ने निक्कर पहने थे, जिन पर महाकाल (Mahakaleshwar Temple Ujjain) लिखा था और त्रिपुंड भी बना था। मंदिर के कर्मचारी और सिक्योरिटी गार्ड्स ने शुक्रवार की सुबह से ही ऐसे लोगों को एंट्री करने से रोका। कर्मचारियों ने ऐसे कपड़े पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर में न आने की हिदायत दी है। वहीं श्रद्धालुओं को रोकने की कार्रवाई को मंदिर के महेश पुजारी ने भी सही बताया है।
‘लागू हो ड्रेस कोड’
मंदिर के महेश पुजारी ने कहा, ‘ऐसे कपड़े पहनने से धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं। मंदिर में ड्रेस कोड लागू होना चाहिए। आज भस्म आरती के समय कई भक्त महाकाल लिखी हुई निक्कर पहनकर मंदिर के अंदर पहुंच गए। जिसे देखकर गर्भगृह निरीक्षक उमेश पंड्या और मंदिर समिति की सुरक्षा संभालने वाली केएसएस के सिक्योरिटी इंचार्ज विष्णु चौहान ने एक्शन लिया। इस दौरान उन्होंने उन 12 लोगों को पकड़ा, जो निक्कर पहनकर मंदिर में एंट्री कर रहे थे। इसके बाद मंदिर के कर्मचारी ओर सिक्योरिटी गार्ड्स ने उनके मौके पर ही कपड़े उतरवा दिए।
मंदिर प्रबंधन के इस एक्शन के बाद भक्तों में हड़कंप मच गया। भगवान के नाम और त्रिपुंड वाले कपड़े पहने हुए कुछ लोग इधर-उधर छिपकर मंदिर में प्रवेश करने लगे। हालांकि, जिन भक्तों की कपड़े उतरवाए गए उन्हें दूसरे कपड़े भी उपलब्ध कराए और फिर उन्हें मंदिर में एंट्री दी गई।
बता दें कि इससे पहले भी इस तरह के कपड़े पहनकर महाकालेश्वर मंदिर में प्रवेश करने की बात सामने आई हैं। जिसका मंदिर के पुजारी कई दफा विरोध कर चुके हैं।