भोपाल, विवेक राणा | लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी पार्टी फर्स्ट वोटरों को साधने में जुटी है, हालांकि इस बार बीजेपी पार्टी ओबीसी वर्ग के छात्रावास में जाकर ओबीसी वर्ग के छात्रों से संवाद करती दिखाई दे रही है, क्या है बीजेपी का ओबीसी फोकस ?

बीजेपी का ओबीसी वर्ग के छात्रों पर फोकस है, बीजेपी के नेता मोदी सरकार की उपलब्धियां गिना रहे है। बीजेपी के नेता OBC छात्रावास में जाकर छात्रों से मिल रहे हैं। बता दें की मध्य प्रदेश में 22 फ़ीसदी ओबीसी वर्ग के हैं वोटर। ओबीसी वर्ग के फर्स्ट टाइम वोटर्स पर है केंद्र सरकार की नज़र। चुनाव में जीतने के लिए युवा वोटर की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। जिसके चलते राजनीतिक पार्टी फर्स्ट टाइम वोटर यानी युवा वोटो को साधने का प्रयास लगातार करते रहते हैं। हालांकि इस बार बीजेपी पार्टी ओबीसी वर्ग के फर्स्ट टाइम वोटो को साधने में जुड़ती दिखाई दे रही है। जिसके चलते मध्य प्रदेश बीजेपी ओबीसी मोर्चा प्रदेश के ओबीसी छात्रावासों में जाकर ओबीसी वर्ग के स्टूडेंट से संवाद करते दिखाई दे रहे हैं, हालांकि संवाद के दौरान मोदी सरकार की उपलब्धियां के बारे में बीजेपी पार्टी के नेता बखान करते दिखाई दे रहा है।

मध्य प्रदेश में ओबीसी वोटर करीब 22 फ़ीसदी है और इन्हीं ओबीसी वोटरों में से फर्स्ट टाइम वोटर कि यदि बात करें तो बीजेपी पार्टी का फर्स्ट टाइम वोटर के साथ-साथ ओबीसी वर्ग के स्टूडेंटों पर भी फोकस करती दिखाई दे रही है। हालांकि आने वाले समय में बीजेपी पार्टी ओबीसी वर्ग का महासम्मेलन भी करने जा रही है, मगर लोकसभा चुनाव के लिहाज से प्रदेश के फर्स्ट टाइम ओबीसी वोटो को साधने के लिए बीजेपी ने अपना मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। हालांकि कांग्रेस का कहना है कि चुनाव के समय ही फर्स्ट टाइम वोटर और ओबीसी वर्ग बीजेपी पार्टी को याद आता है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में ओबीसी वर्ग के छात्रावास अधिकांश बंद हो चुके हैं। लोकसभा चुनाव नजदीक है जिसको लेकर बीजेपी अपनी रणनीति बनाती हुई दिखाई दे रही है। अब देखना होगा कि क्या ओबीसी वर्ग का फर्स्ट टाइम वोटर बीजेपी के विचारधारा से कितना जुड़ते है जिससे आने वाले चुनाव में बीजेपी पार्टी को प्रचंड बहुमत से जीत मिल सके।