भोपाल। प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने किसानों को बड़ी सौगात (Paddy Procurement Registration) दी है। राज्य में धान, ज्वार एवं बाजरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर उपार्जन किया जाएगा। इसके लिए किसान 19 सितंबर से लेकर 4 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन (पंजीयन) करा सकेंगे। इस बार रजिस्ट्रेशन व्यवस्था को सरल और सुगम बनाने के लिए सरकार ने किसानों को इस बार मोबाइल से रजिस्ट्रेशन कराने की सुविधा दी गई है।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने किसानों से अपील (Paddy Procurement Registration) की है कि वह निर्धारित समय में रजिस्ट्रेशन करा लें, जिससे किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो। उन्होंने बताया है कि अब किसान स्वयं के मोबाईल से घर बैठे रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। ऐसे में इस बार किसानों को पंजीयन केन्द्रों में लाईन लगाकर पंजीयन कराने की समस्या से दो-चार नहीं होना पड़ेगा।
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रजिस्ट्रेशन के लिए इन डॉक्यूमेंट्स का होना जरुरी
किसान एम.पी. ऑनलाईन कियोस्क, कॉमन सर्विस सेन्टर कियोस्क,लोक सेवा केन्द्र और निजी व्यक्तियों द्वारा संचालित साइबर कैफे से भी पंजीयन करा सकेंगे। पंजीयन के लिए भूमि संबंधी दस्तावेज़ एवं किसान के आधार कार्ड एवं अन्य फोट पहचान पत्रों का रिकार्ड रखा जाना अनिवार्य होगा।
सिकमी/बटाईदार/कोटवार एवं वन पट्टाधारी किसान के पंजीयन की सुविधा केवल सहकारी समिति एवं सहकारी विपणन सहकारी संस्था द्वारा संचालित पंजीयन केन्द्रों पर उपलब्ध होगी। इस श्रेणी के शत-प्रतिशत किसानों का सत्यापन राजस्व विभाग द्वारा किया जाएगा।
आधार लिंक बैंक खाते में होगा भुगतान
किसान को उसकी उपज का भुगतान आधार लिंक बैंक खाते में किया जाएगा।किसान के आधार लिंक बैंक खाते में भुगतान करने में किसी कारण से समस्या उत्पन्न होने पर किसान द्वारा पंजीयन में उपलब्ध कराये गए बैंक खाते में भुगतान किया जा सकेगा। किसान पंजीयन के समय किसान को बैंक खाता नंबर और IFSC कोड की जानकारी उपलब्ध करानी होगी।
अक्रियाशील बैंक खाते, संयुक्त बैंक खाते एवं फिनो, एयरटेल, पेटीएम, बैंक खाते पंजीयन में मान्य नहीं होंगे। पंजीयन व्यवस्था में बेहतर सेवा प्राप्त करने के लिए यह जरूरी होगा कि किसान अपने आधार नंबर से बैंक खाता और मोबाईल नंबर को लिंक कराकर उसे अपडेट रखें।
सभी कलेक्टरों को विभाग ने निर्देश दिए हैं कि जिला और तहसील स्तर पर स्थापित आधार पंजीयन केंद्रों को क्रियाशील रखा जाए ताकि किसान वहां आसानी से अपना मोबाइल नंबर एवं बायोमेट्रिक अपडेट करा सके।
आधार नंबर का वेरिफिकेशन आवश्यक
पंजीयन कराने और फसल बेचने के लिए आधार नंबर का वेरिफिकेशन कराना अनिवार्य होगा। वेरीफिकेशन आधार नंबर से लिंक मोबाईल नंबर पर प्राप्त OTP से या बायोमेट्रिक डिवाईस से किया जा सकेगा।