उज्जैन। भगवान शिव के प्रिय महीने सावन (Ujjain World Record) का आज तीसरा सोमवार है। इस अवसर पर उज्जैन में बाबा महाकाल की तीसरी सवारी निकलेगी। इससे पहले बाबा महाकाल की नगरी में विश्व रिकॉर्ड (Ujjain World Record) बना। 1500 डमरू वादकों की ओर से एक साथ 10 मिनट तक डमरू बजाने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज किया गया।
गिनीज बुक की ओर से आए ऋषिनाथ ने वर्ल्ड रिकॉर्ड (Ujjain World Record) बनने का ऐलान किया। उन्होंने वर्ल्डरिकॉर्ड का प्रमाण पत्र उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक सतीश मालवीय और साधु-संतों को सौंपा। महाकाल लोक के शक्ति पथ पर यह डमरू उत्सव आयोजित हुआ था। जैसे ही इसका नाम गिनीज बुक में दर्ज होने का ऐलान हुआ, डमरू वादकों ने तेज डमरू बजाकर अपनी खुशी जाहिर की।
बता दें कि इससे पहले यह रिकॉर्ड फेडरेशन ऑफ न्यूयार्क के नाम था। जो कि साल 2021 में 488 लोगों ने एक साथ डमरू बजाकर अपने नाम किया था।
इस मौके पर उज्जैन मेयर मुकेश टटवाल ने बताया कि डमरू उत्सव के सफलता पूर्वक आयोजन के लिए बीते 2-3 दिनों से दो सेशन में प्रैक्टिस चल रही थी। उन्होंने बताया कि विश्वरिकॉर्ड बनाने वाले डमरू वादक आज महाकाल की सवारी के साथ-साथ डमरू बजाते हुए भी चलेंगे।
सीएम ने दी बधाई
सीएम डॉ. मोहन यादव ने इस उपलब्धि पर बाबा महाकाल के सभी भक्तों को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘गूंज उठी धरती, गूंज उठा आसमान 1500 डमरूओं के नाद से, अवंतिका नगरी ने रचा विश्व कीर्तिमान। बाबा महाकाल की नगरी को डमरू की नाद से गुंजायमान करने की एक इच्छा आज साकार हो गई। आज पवित्र श्रावण के तीसरे सोमवार को जब भस्म आरती की धुन पर डमरू वादन कर उज्जैन ने “गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड” में अपना नाम दर्ज कराया, तो इस अद्भुत एवं अलौकिक अनुभूति को शब्दों में बांधना बहुत मुश्किल हो गया। बाबा महाकाल हम सभी पर इसी तरह अपनी कृपा बनाए रखें। बाबा महाकाल के समस्त भक्तों को इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई।’
आज उज्जैन में बनेगा विश्व रिकॉर्ड, डमरू की ध्वनि से गुंजायमान होगी बाबा महाकाल की नगरी
शाम 4 बजे निकलेगी सवारी
सावन के तीसरे सोमवार पर पूरी उज्जैन नगरी शिवमय है। बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए सुबह से ही मंदिर के बाहर भक्तों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। सोमवार शाम 4 बजे राजाओं के राजा बाबा महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे। इस दौरान महाकाल चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर और हाथी पर मनमहेश के स्वरूप में विराजित होंगे।
जनजातीय कलाकारों देंगे प्रस्तुति
सीएम डॉ. मोहन यादव की मंशानुरूप अब तक बाबा महाकाल की सवारी में उत्साह और आकर्षण को और अधिक बढ़ाने के क्रम में जनजातीय कलाकारों की प्रस्तुति और 350 जवानों के पुलिस बैंड की प्रस्तुति भी हुई। अब बाबा महाकाल की तीसरी सवारी से पहले डमरू वादन का गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया है।
इसके साथ ही सवारी में जनजातीय कलाकार भी कला संस्कृति की छटा बिखेरेंगे। निमाड अंचल के पारंपरिक लोकनृत्य काठी नृत्य दल श्री महाकालेश्वर भगवान की तीसरी सवारी में पालकी के आगे भजन मंडलियों के साथ अपनी प्रस्तुति देते हुए चलेगा।
आएंगे 3 लाख से ज्यादा भक्त
इससे पहले रविवार-सोमवार की दरमियानी रात करीब 2.30 बजे भगवान महाकाल के पट खोले गए। भस्म आरती के समय 15 हजार से ज्यादा श्रृद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य स्वरूप के दर्शन किए।
देर रात 2.30 बजे से शुरू हुए बाबा के दर्शनों का सिलसिला सोमवार रात 10.30 बजे तक चलेगा। मंदिर प्रशासन को उम्मीद है कि तीसरे सोमवार पर 3 लाख से ज्यादा भक्त बाबा के दर्शन करेंगे।