छतरपुर। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले (chhatarpur news) से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक कुएं में उतरे चार लोगों की दम घुटने से मौत हो गई।
घटना जिला मुख्यालय (chhatarpur news) से 25 किमी दूर गड़ीमलहरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कुर्राहा गांव की है। यहां शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे कुएं में जहरीली गैस का रिसाव हुआ जिसमें 4 लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।
चार लोगों की मौत
मिली जानकारी के अनुसार, कुर्राहा गांव के एक मकान में मरम्मत का काम चल रहा था। इस दौरान काम कर रहे कारीगर मुन्ना कुशवाहा (45) के हाथ से हथौड़ा छूट कर पास में स्थित कुएं में गिर गया। जिसे लेने के लिए वह कुएं में उतरा।
जब वह काफी देर नहीं लौटा तो मकान मालिक शेख वसीर (60) उसे देखने के लिए कुएं के पास पहुंचा। वह भी बहुत देर तक वापस नहीं लौटा। तब उनका बेटा शेख असलम (37) और भतीजा अलताब (21) भी कुएं में उन्हें देखने गए। इस तरह चारों लोग एक-एक करके कुएं में गए और वापस नहीं लौटे। उनकी मौत हो गई।
चारों लोगों के बहुत देर तक वापस न आने के चलते घर वालों ने उन्हें आसपास देखा। जब कुएं में छांककर देखा तो चारों की लाशें पड़ी हुईं थी। इसके बार परिजनों ने गांव वालों को मदद के लिए बुलाया। मौके पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई।
एम्बुलेंस के आने में देरी
कुछ ग्रामीण इस घटना की जानकारी देने के लिए पुलिस स्टेशन पहुंचे। जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एम्बुलेंस के आने तक कुछ ग्रामीणों ने काटा की सहायता से कुएं के अंदर गिर सभी लोगों को बाहर खींचा। वहीं, एम्बुलेंस के आने में देरी होने के चलते गांव के ही एक व्यक्ति ने उन्हें अपने निजी वाहन से अस्पताल पहुंचाया।
कुएं के ठीक पास बन रहे मकान में काम कर रहे थे। इसी दौरान करीब एक कारीगर मुन्ना कुशवाहा (45) के हाथ से हथौड़ा छूट कर कुएं में गिर गया। जिसे लेने के लिए मुन्ना कुएं में उतरा और काफी देर तक लौट कर नहीं आया।
इसके बाद मकान मालिक शेख वसीर (60) उसे देखने मौके पर पहुंचा। वह भी बहुत देर तक नहीं लौटा। कारीगर के बाद जब शेख वसीर भी नहीं लौटा तो उसका बेटा शेख असलम (37) और भतीजा अलताब (21) भी कुएं में गए। वो दोनों भी लौटकर नहीं आए। चारों कुएं में रिस रही गैस की चपेट में आ गए। जिससे दम घुटने से सभी की मौत हो गई।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि एक तो एम्बुलेंस समय पर नहीं आई। ऊपर से उसमें ऑक्सीजन की व्यवस्था भी नहीं थी। अगर समय रहते चारों लोगों को ऑक्सीजन मिल जाती तो उनकी मौत नहीं होती।