ग्वालियर। बुधवार को ग्वालियर के बारह बीघा इलाके स्थित एक घर के कमरे में पुलिस को खून से लथपथ लाशें मिलीं थीं। हत्या और फिर आत्महत्या के इस सनसनीखेज मामले के बारे में जिसने भी सुना वह सिहर उठा। ग्वालियर नगर निगम और PWD के ठेकेदार नरेंद्र सिंह चौहान ने अपनी पत्नी और बेटे की गोली मारकर हत्या करने के बाद सुसाइड कर लिया।
पुलिस फोरेंसिक टीम की सहायता से मामले की जांच कर रही है। जिसमें पता चला कि मृतक ठेकेदार का उसके साले राजीव गौड़ उर्फ गुड्डू से विवाद चल रहा था। इसके साथ ही वह अपने खिलाफ लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू में शिकायत से भी तनाव में था। पुलिस को मौके से 306 बोर की राइफल, तीन खाली खोके और एक जिंदा कारतूस मिला है। (Gwalior Crime News)
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साले से था चल रहा था विवाद
ठेकेदार की पत्नी सीमा के हाथ पर एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें लिखा है, ‘हमारी मौत का जिम्मेदार मेरा भाई है। उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए।’ वहीं ठेकेदार के दोस्तों जिनसे वो कुछ दिन पहले मिले थे उन्हें बताया है कि नरेंद्र अपने साले की प्रताड़ना से तंग आ चुके थे। उन्होंने दोस्तों को बताया कि राजीव ने उनका बहुत सारा पैसा खा लिया है, पैसे मांगने पर पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी देते है, उसके खिलाफ शिकायतें करता है। (Gwalior Crime News)
मृतक ठेकेदार ने तीन दिन पहले अपने दोस्तों को फोन भी किया था। इस दौरान बात करते-करते वो रोने लगे थे। उन्होंने कहा था, ‘साले ने मेरा जीना हराम कर दिया। मुझे इस चक्रव्यूह से बाहर निकालो।’ वहीं नरेंद्र के आस पड़ोसियों ने भी पुलिस को बताया कि वो राजीव के कारण कई दिनों से परेशान चल रहे थे। पूरा परिवार तनाव में रहता था। पहले सबसे हंसकर बात करते थे, मिलते थे लेकिन कुछ दिनों से वो गुमसुम से थे।
नरेंद्र और उसका परिवार डिप्रेशन में था। घटना के दस दिन पहले से सभी ने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया था। इस दौरान उन्होंने डीपीएस स्कूल में पढ़ने वाले बेटे आदित्य का स्कूल जाना भी बंद हो गया था। नरेंद्र अक्सर बोला करते थे कि साले ने उन्हें बर्बाद कर दिया, अब मैं लोगों से कैसे नजरें मिलाऊंगा।