भोपाल। मध्य प्रदेश के उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी आदिवासी नेताओं के सहारे जीत की कोशिश में जुटी है। हालांकि बीजेपी सरकार ने अपने आदिवासी मंत्रियों को अमरवाड़ा उपचुनाव की जवाबदारी दी है। वहीं कांग्रेस भी पीछे नहीं है, कांग्रेस ने अपने आदिवासी विधायकों को जमीनी मैदान पर लगा दिया है,आइए देखते है ये रिपोर्ट… Bypoll election MP

. अमरवाड़ा उपचुनाव में आदिवासियों का बोलबाला
. बीजेपी ने आदिवासी मंत्रियों को उपचुनाव में दी बड़ी जवाबदारी
. कांग्रेस ने आदिवासी विधायकों को उतारा चुनावी मैदान में
. बीजेपी और कांग्रेस दोनों आदिवासी वोट बैंक को साधने में जुटी
. 25 जून से बीजेपी अमरवाड़ा में भरेगी चुनावी हुंकार
. 2 जुलाई से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व सांसद नकुलनाथ करेंगे चुनावी प्रचार
. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी कांग्रेस और बीजेपी के लिए बन सकती है बड़ी मुसीबत
. किसका होगा अमरवाड़ा का आदिवासी वोटर ?
. बीजेपी कर रही आदिवासी हितेषी बताने की कोशिश

देश में लोकसभा चुनाव सभी राज्यों में हो चुके हैं, वही दल बदल के दौर में कांग्रेस से बीजेपी में आए अमरवाड़ा के विधायक कमलेश शाह जहां अब बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। वही निर्वाचन आयोग ने 10 जुलाई को मतदान और 13 जुलाई को चुनावी परिणाम आने की तैयारी की हैं, मगर आदिवासी वोटर होने के कारण कांग्रेस- बीजेपी दोनों पार्टी अपने आदिवासी नेताओं के साथ मिलकर दमखम लगाने में लगी हुई है। हालांकि बीजेपी ने जहां कमलेश शाह को अपना प्रत्याशी बनाया है तो वहीं कांग्रेस ने धीरन शाह इनवाती को अपना प्रत्याशी बनाया है हालांकि अमरवाड़ा विधानसभा आदिवासी बाहुल्य विधानसभा कहलाती है, जहां आदिवासियों का बोलबाला देखने को मिलता है, इन्हीं आदिवासी वोटरों को साधने के लिए बीजेपी सरकार अभी से जुटी दिखाई दे रही है। जहां बीजेपी ने अपने आदिवासी मंत्रियों को जवाबदारी अमरवाड़ा विधानसभा की दी है तो वही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी आदिवासियों के बीच जाते दिखाई दे रहा है। Bypoll election MP

जहां बीजेपी पार्टी ने अमरवाड़ा उपचुनाव की प्रभारी मंत्री संपत्तिया उइके को बनाया है, वही संपत्तियां आदिवासी वर्ग से आती हैं। वहीं बीजेपी पार्टी 25 जून से अपना चुनाव प्रचार स्टार प्रचारकों के साथ अमरवाड़ा उपचुनाव सीट पर करती दिखाई देने वाली है वही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व सांसद नकुलनाथ 2 जुलाई से अमरवाड़ा सीट पर प्रचार करेंगे। हालांकि कांग्रेस पार्टी ने भी कमलनाथ के करीबी पूर्व मंत्री सुखदेव पासे को उपचुनाव का प्रभारी बनाया है, हालांकि छिंदवाड़ा जिले में अमरवाड़ा सीट आने के कारण कमलनाथ की बची हुई साख इस चुनाव में लगी हुई है। Bypoll election MP

विधानसभा का यह चुनाव ना सिर्फ बीजेपी- कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है, बल्कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के लिए भी अहम माना जा रहा है। जिस तरह से आंचल कुंड दरबार के वारिस को कांग्रेस ने चुनाव मैदान में उतारा है, उसके बाद से आदिवासी वोट बैंक के लिए गोंडवाना को भी यहां जीत तोड़ मेहनत करनी पड़ रही है। यदि गोंडवाना यहां पर पिछले चुनाव की तरह अच्छी परफॉर्मेंस देती है तो उसका अस्तित्व और सक्रियता के साथ उभर कर सामने आएगा। हालांकि कांग्रेस का कहना है चुनाव के समय ही बीजेपी सरकार को आदिवासियों की याद आती है जबकि कांग्रेस हमेशा आदिवासियों के साथ खड़ी है। प्रदेश में आदिवासियों के साथ लगातार अत्याचार हो रहे हैं। Bypoll election MP

अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टीयों के लिए एक चुनौती है, इस विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को खुद को साबित करने का आखिरी मौका है.. वही आप देखना होगा कि किसी आदिवासी नेता का जादू अमरवाड़ा उपचुनाव में चल पाता है।

—विवेक राणा